भाग्य चक्र | Bhagya Chakra

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Bhagya Chakra by सुदर्शन - Sudarshan

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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मिट पा मी ............. भाग्य-चक्र [ दूसरा दृश्य .. नए बकरे 1 सीच हो |. मेरी झखि,ती वह दिन समन, दस रही. हैं, ... . मन “जब तुम्हारा नाश हो जाएगा, ्ार डनिया तुम पर, हसेगी । कक _........ दुर्गा० : किसी का नाश करने से यह कहीं श्रच्छा है कि ्रादमी 7 न्पना नाश कर ले गए न .. ...... [दुर्गादास नमस्कार कर के चला. जाता । शंकरदास ठहलता है। '...... नतने में शामलाल प्रवेश करता है । शंक्ररदास चौंकता है ।| दा जाम : (सुस्कराकर) नमस्ते ! हे झंकर० : (श्रपने श्रापकों सँमालते हुए) मैं शपकी तरफ़ जाने ही... पा बाला था | (कुरसी की तरफ़ इशारा कर के) बैठिए, । एक साहब का न्याय भाई साहब के साथ । जो जेसा करगा, वैसा भरेगा । गे ग “चर्म का जीवन बढ़ी चीज़ है। ..... गम नि ... छंकर० : (सिर हिलाकर) मैं समभ गया । यह श्ापका नहीं, ....... व्यापकी खत्री का निश्चय है। | ं बा :.' .. जयाम०: क्या मतलब १ वर “ झंकर० : मतलब यह, कि ऐसी धम की बातें खियाँ ही किया . ई ... पिलाकर पालती हैं । शाम: यह तो ठीक है । ति नहीं करता । छी आदमी की उन्नति के मार्ग का रोड़ा है । _...........क्षाम०:ः (बैठकर) देखो शंकरदास ! से मानता हूँ, कि. सम जी ......... -कुछ कहते हो, मेरे भले के लिए. ही कहते हो । मगर फिर भी-मैंने निश्चय कर लिया है, कि मैं चुप रहूँ। मेरा कतंव्य मेरे साथ, भाई... करती हैं । उन्हीं के पास धर्म रहता है । बड़ी घर्म को शपना खून पिला... ..... शंकर० : श्रीमान्‌ जी ! खी हँसने-खेलने की चीज़ है, मन बहलाने पे “की चीज़ है, प्यार करने की चीज़ है। मगर वह सलाह-मशबिरा करने ् की चीज़ नहीं है । जो उनकी राय पर चलता है, वह संसार में कभी... में पुरुष का सबसे ज्यादा भला का पे भी राय पर चलता है, उसे कभी...




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