ध्वन्यालोकः भाग 1 | Dhvanyaloka Part 1

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Dhvanyaloka  by रामसागर त्रिपाठी - Ramsagar Tripathi

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about रामसागर त्रिपाठी - Ramsagar Tripathi

Add Infomation AboutRamsagar Tripathi

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
र७--ध्वनि के प्रमुख दो भेद ९ १८--अविचक्षितवाच्य का उदाहरण र८टे १९.--चिवक्षितान्यपरवाच्य का उदाहरण रद २०--विवक्षितान्य पर वाच्य में छक्षणा की सम्भावना पर विचार २८७ २१--भक्ति और ध्वनि का विभेद ग्द्८ लक्षणा और ध्वनि पर्याय नहीं हो सकते (२९०) लक्षणा ध्वनि का लक्षण नहीं हो सकती इस विषय पर विचार (२९१) लक्षणा के लज्षण न दो सकने का उपसंदार (३१०) छक्षण की अव्याप्ति (३११) असिधेयाविना- भूतप्रतीतिलक्षणोच्यते पर विचार तथा इस प्रसंग सें रस प्रतीति पर विचार (३१७) छक्षणा समी ध्दनि भेदों का उपलक्षण नहीं हो सकती (३२५९) । र२--अशक्यवक्तव्यता वादियों के सत का निराकरण ३३९ - २३--छोचन में उद्योत का उपसंदार ३३५




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now