हिंदी संकेत लिपि | Hindi Sanket Lipi

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Hindi Sanket Lipi  by ऋषिलाल अग्रवाल - Rishilal Agrawal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(१४ ) अभ्यास अच्छे सामान शीघ-लिपि लेखक को केवल सहायता मात्र दे सकते है पर उनके छभ्यास की कभी को पूरा नहीं कर सकते । संकेत लिपि के बणाक्षर ही ऐसे सरल ढड्ड पर निर- बारित किये गये हैं कि जितने समय में आप नांगरी लिपि के *क' अक्षर को जिखेंगे उतने ही समय मे संकेत-लिपि के “के! अच्चर को कम से कम चार बार लिख सकतें है। झावश्यकता केवल श्रम्यास की दे । अन्यास इतना पका दोना चाहिये कि वक्ता के मुह से शब्द के निकलते ही आप उसको लिख ले, जरा भी सोचना न पढ़े । इसके लिय पहले-पहल आपको क्रेवेल बणाक्षरों का अच्छा अभ्यास करना. चाहिये, उलट पलट कर, चाहे जिस तरह बोला जाय आप उसे आसानी से लिख सके । इसके पश्चात झाप पाठ के अंत मे दिये हुये अभ्यासों को लिखे, पहिले. अलग अलग कठिन शब्दों को और फिर मिलाकर इतनी बार लिखे कि बोले जाने पर सरलता से लिख ले । दोत्तीन बार तो धीरे-धीरे बोले जाने पर लिखे फिर चौथे या पॉचवे बार इस तरह बोले जाने पर लिखें कि यक्ता से श्राप तीन चार शब्द बराबर पीछे रहे जिससे आपको दाथ बढ़ाकर लिखने और वक्ता को. पकड़ने का अभ्यास हो । अन्त में बोलने वाले की गति. आपके लिखने की गति से झाठ-दस शब्द प्रति मिनट अधिक होनी चाहिये जिससे आप को श्रौर भी तेज हाथ बढ़ाने का अभ्यास हो यदि ऐसा करने में कुछ शब्द छूट जाय तो कुछ हर्ज नहीं, आप लिखते जॉय और बक्ता को पकड़ने का प्रयत्न करते जॉय । नया पाठ लिखने पर जो नये शब्द या वाक्यांश आदि आवे' उन्हे कई बार लिखकर ऐसा झभ्यास कर ले कि वह




User Reviews

  • Shravan

    at 2019-11-16 16:10:20
    Rated : 1 out of 10 stars.
    "Kuch words chukta hai ya phir Mistek hai...."
    Sriman...... Is Book mai Rishi pranali mai Sab to sahi hai but is book mai exercise aur shaat hi Anko ka 1,2,3,4,5,6,7,8Etc ka Warnan nhi diya hai....ya phir shorthand mai in sabhi ko jyo ka tyo Rakhte hai...in sbhi ko 1,2,3,4,5,6,7 Etc...
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