चिकित्साचन्द्रोदय भाग १ | Chikitsachandrodya Volume-1

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Chikitsachandrodya Volume-1 by बाबू हरिदास वैध - Babu Haridas Vaidhya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(छ घिप बी बनर जन कक ली यू « ) गा सा पक कि भानपरेशके लक्षण ् जांगलदुशन लक्षण साधार णटेशफे ललण शयचार हर 1 प जतुण नी प्राधिये ये; यलके घटने चढनेका कारण दोपोंदि; खंचय कोप प्रदूतिके अनुसार सतु-विभाग. . दोपीका सम्ृयसोप पीर शान्ति टिन-सातमें अतु-विभाग. . उरों करतुओं भीर दिनसातमें दोपोंका सम्नय कोप और शान्ति यनानवाला नया यमुसेनके मनसें दिन रानमें दोपोका समय तुभोंमिं मजुष्योंफी अग्नि भीर यलावल जतुभंमें पथ्यापप्य हमनत बतु ... चसनत ऋतु .. ग्री्म तु चर्षाफान्ड शग्द ऋतु ... न फिस सीसम में किस दिशाकी हवा अच्छी होती है ? ज़हरीलों हचाका समय . ऋतुचिपय्यय... अतुसन्धघि ... प्राणनाशक समय डर कि व चमनचिरेवन -योग्य आतुर्ण




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