स्मृति सन्दर्भ [भाग 2] | Smriti Sandarbha [Volume 2]
श्रेणी : पौराणिक / Mythological, हिंदू - Hinduism
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
217.21 MB
कुल पष्ठ :
692
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)८. निन््द्य जाझणवर्णनमू |
..... जो ब्राह्मण न लिखे पढ़े तो उन्हें पतित आः
बिना ता द्वान ब्राह्मणों के पृ
| १९ ]
अध्याय प्रधान विषय पूषाछु
किसी का मत है कि बीमारी से किसी ख्री का रज
निकढता हो तो उसे अशुद्ध नहीं मानते हैं. ( १८ ) ।
कॉस्य) मिट्टी आदि के पात्र एवं वस्लों की शुद्धि के
सम्बन्ध में बताया है ( १४-३४ )। सड़क में पानी;
नाव और पक्के मकान इनको शुद्ध बताया है इनको
अश्ुद्ध नहीं कहते हैं ) (३६)। टूद्ध स्त्री और छोटे
बालक ये अशुद्ध नहीं होते हैं। पापियों के साथ
बातचीत करने पर दाहिना कान छू देने पर शुद्धि बताई
गई है ( २७ समात्ति ) ।
८. धर्माचरणबणनम् । ६४४
प्रथम श्होक में गाय को बाँधने से जो सत्यु हो जाय.
उसके प्रायश्चित्त के सम्बन्ध में है ।
.. पाप की व्यवस्था कराने के छिये धर्माधिकारी परिषद्
_ का वर्णन है ( २-२१ )
. ' प्रायक्षित्त है (र२-र४)। पशथ्च यज्ञ करनेवाके और
ण की प्रशसा (२८-३१ ) । राज को .
के पूछे स्वयं व्यवस्था नहीं देनी.
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