वह | Wah

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : वह  - Wah

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about रवीन्द्रनाथ टैगोर - Ravindranath Tagore

Add Infomation AboutRAVINDRANATH TAGORE

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
इसी समय पूषू दीदी दामिलिंग चली गयी बह माथा चला बली में श्रकेखा मेरे साथ रह गया । उसे झन्छा नहीं लग रहा था | मैं भी ऊब गया था । वह बोला-- मुक्ते दार्बिलिज़ सेन दो | मैंने कहा-- बताशो तुम कोन काम करोगे |? वह बोला-- पप दीदी के लिए खेल कीं रसोई कीं सामग्री तैयार करू शा कागब कूद कर दे दूंगा इतना परिश्रम तुमसे न हों सकेगा । चरा लुप रहों । इस समय मैं हँग्राऊँ द्वीप का इतिहास लिख रहा हूँ । हंग्राऊँ? नाम सुनने में श्रस्छा लग रहा हैं दादा मेरी ही कलम से वद्द काम तुमसे झ्धिक श्रच्छा होता । इस विषय में कुछ ्ाभास दे सकते हो | . ये सजाक नहीं है विषय गम्मीर है. मुझे आशा है कि यद्द पुस्तक कालेज की पाठ्य-पुस्तक में स्थान पा जायगी । वेशानिकर रह




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now