गीता दर्शन की प्रष्टभूमि | Geeta Darshan Ki Pristhbhumi

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Geeta Darshan Ki Pristhbhumi by सत्यदेव शास्त्री - satydev shastri

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about सत्यदेव शास्त्री - satydev shastri

Add Infomation Aboutsatydev shastri

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
पा संस्कृत साहित्य किंवा विश्व के साहित्य में गीता. झतिशय लोकप्रिय... अन्य है.। सारत की प्रायः संपूर्ण भाषाओं में श्र यूरोप की मुख्य भाषाओं... अंग्रेज़ी, लेटिन, फ्रेंच, जर्मन में इसका झनुवाद हो. चुका है । विलियम फ़ान हम बोल्ट हि क्राए 09 सघक फणता के मतानुसारः:-- 18 15 ५8, 1 -. फा05 088 परिधि फ670क्ूत8 घ16 0शा% धिप6 कृति 080 708] 3018: | आइए हु फए का पाए 0फ7। 1008ुएघ26.7. गीता सबसे सुन्दर संभवतः एक मात्र दॉर्शनिक गीत दुनिया की जानी हुई ज़बान में है । गीता श्राध्या- '... ह्मिक जगत में चमकता हुआ वह तेज पुब्ज सूर्य हैं जिसका प्रकाश झाज २४५०० वर्ष से मानव शस्तः:करण को प्रकाशित करता हुआ चला आ रहा है. ... श्रौर श्रनन्त काल तक शान्ति श्रौर ज्ञान के जिज्ञासुश्रों की आध्यात्मिक प्यास... को बुभ्घता रहेगा | यह पुरातन होते हुए नित्य नवीन, है। वैदिक धर्म का है .. सार तत्व इसमें भर दिया गया हैं । ..... गीताध्याय में इसका बणन इस प्रकार किया गया ._ सवोपनिषदों गांवों दोग्घा गोपालनन्दनः - पार्थोचत्स सुघीभोक्ता दुग्ध गीतासूतं सहत्‌। री सहन ब उपनिषद गाय हैं | द््घ द्ह्ने वाले. गोपालनन्दन श्रीकृष्ण हैं... .. अजुन बछ्ड़ा है द्औौर जो दूध दूहा गया है वही गीतासत है।,....... . ...,....इस अन्थ में उपनिषदों का सार झा गया है । इसीसे इसका पूरा नाम रा कर ही । ' * श्रीमदूभाावद्गीता उपनिषद है | इसमें ७०० श्लोक हैं | इसके सिवा झ्वधूत- ।... गीता, अष्टावक्रगीता, . ईश्वरगीता,. उत्तरगीता, कपिलगीता, गणेशगीता, '... . देवगीता, पारडवगीता, ज्रह्मगीता, शिवगीता, सूतगीता, सिल्लुगीता; यम- कर '.... गीता; व्यासगीता; सूर्यगीता श्रादि अनेक सीतायें हैं । ये सब गीतायें भगव- 11. « दूगीता के बाद बनीं | गीता की लोक-प्रियता को देख कर गीता के नाम पर |. इन ग्रन्थों की रचना हुई--इसमें' कोई सन्देह नहीं। इनकी रचना से गीता की. ... श्रेष्ठता श्र सब प्रियता स्पष्ट प्रमाणित होती है । पिन न,




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now