कविचरित्र | Kavicharitra

55/10 Ratings. 1 Review(s) Add Your Review
Kavicharitra by जनार्दन रामचंद्र - Janardan Ramchandra

More Information About Author :

No Information available about जनार्दन रामचंद्र - Janardan Ramchandra

Add Infomation AboutJanardan Ramchandra

Sample Text From Book (Machine Translated)

(Click to expand)
अनुक्रमणिका. कपिलर * * - २०७ | अप्पर *- *- * २०८ अपग्गा * *, * २०८ | माणिक्यद्यासर - ७ २०९ भरग्गा « * * २७८ | सुंदरर - *। * * २$ र्‌ वालीज ७ * * कहे । अगस्त्य ' * * २७०९ गणासंबंधर ' * * २३०८ तेलंगी कवि. अथवणाचार्य *- *' २३० 1 भैरवकवि * * * ई८ बालसरर्वति * * २१० | लक्ष्ष्णकवि* * * २२६ नत्नयभटू - * * २१० | दुसरा लक्ष्णकवि * ३२९ आध्रकालदास * * २११ | बंधनकाव. * ० * ९ २२९ तिक्नसोमयाजी :- २११ | चिलवीरमा आणि |. २६ पोतराजू. * * * २१२ | पेद्वपूना * ' मुन * *- * २१३ | लौकभनय्या *.* - २३१ खौनाथ * '* * २१३ | गोविदकवि. * ** * २६२ रायनीभार्कर * * २१५ | वडवानलभदट्र * * २३३ आयलभारकर॒- * २३५ | मधुरंग चैक्नाथर * २३३ आलसानी पेदना* * २१५ | अनाय्याच्यारी - * २३३ रुष्णरायळू * * २१८ | मंचनामात्या* * * २३४ मोहनांगी * : « २१९ | अबलनकवि - * ' २७३४ मकविमण्णा * * * २१९ | आप्पाकदि * * * २३४ तेनाल रामलिंग * * २२० | तिमय्यासाति * * २३४ वकय्पतिराजी * * २२३ | बसवकवि *- * ' २३७ पिंगळसूरण्या * * २२३ | भीमकवि * * * २३७ भदूमत्त * * * २२४ | गंगाधरकविः * * २३७ रामभद्र काव * * २२५ | घंटय्यकवि * * ' २३७ मोठी -* - ' २२५ | जगनाथ * * २३७ माधवराय - * * २२६ | लिंगकवि * * * ३३८ मलय्या * २२६ व २३८ चक्राप्पा - .* ० २२६ | कावेछीविंकट लिगय्या .. : * * २२८ | बोरय्या 1 .. च बॅप्पनकावे : * ' २२८ | छष्णमूसि - - - . २४ * व कन




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now