अनसुना सफ़र | Ansuna Safar

Ansuna Safar by मो. आफ़ताब कुरैशी - Mohammad Aftab Qureshi

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

Author Image Avatar

नाम : मोहम्मद आफताब कुरैशी
पता : समता कुञ्ज गली, शिवाजी चौक, संतोषी नगर,
रायपुर (छत्तीसगढ़)
ईमेल : [email protected]

Read More About . Mohammad Aftab Qureshi

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
अनसुना सफर जो अनकहा ही रह गया... एक दिन जब नींद खुली तो मैं हैरान था। ना ही घर पे कोई था और ना ही मोहल्ले में कोई नजर आ रहा था। यहाँ तक की ना परिवार वालो का फ़ोन लग रहा था। ना ही दोस्तों का।ना ही टीवी चल रहा था ना इंटरनेट।घर से थोड़ा दूर आया तो पता चला पुरे शहर में कोई नहीं है। सारे दुकानों में ताले जड़ें हुए थे।ऐसा लग रहा था मानो शहर में आज हड़ताल हो।मैं बहोत ज्यादा हैरान और परेशान था।घर आ कर खुद ही कुछ बना के खाना पढ़ा। जैसे तैसे रात हो गई, मगर नींद तो आज कोसों दर थी। दूसरे दिन शहर से थोड़े दूर देख कर आने का विचार करके अपनी गाड़ी में निकला।पेट्रोल पंप में भी कोई नहीं था,थोड़ी कोशिस करने पे पेट्रोल डालना सिख गया।या यूं कहो पहले ही देखा हुआ याद आ गया।आज मेरी गाड़ी कुछ ज्यादा ही तेज रफ्तार में चल रही थी।ना कोई रोकने वाला था ना ही मना करने वाला।शहर के बाहर हाईवे में आकर मैं और परेशान हो गया, गाड़ियां तो खड़ी थी पर वो सोर कहीं गायब था।ऐसा लग रहा था




User Reviews

  • Aftab Quereshi

    at 2020-07-04 06:09:21
    Rated : 10 out of 10 stars.
    Keep support
Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now