श्री तत्व ज्ञान तरंगिनी | Shri Tatva Gyan Tanrangini
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
34.4 MB
कुल पष्ठ :
1277
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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अइवायाविज्ञा, पारो अइवायन्ते वि झन्ने न समखुजाणामि,
जावज़ीवाए तिविहे तिविहेशं मरोण॑ वायाए कारण न करेसि
न कारवेमि करंतंपि झन्नें न समरखुजाणामि, तस्स भन्ते !
पडिक्कमामि निंदामि गरिहामि श्रप्पाणं वोसिरासि । पढसे
भनते ! मदब्वर उवद्िओमि सब्वाओओ पाणाइवायाओओ बेर-
मरां ॥ह॥
उअहावरे दुच्चे सस्ते ! मटदवए सुसावाय पच्चक्खामि । से
कोहा वा, लोहा वा, भया वा, हासा वा, नेव सय सुर्स चइज्जा
नेवन्नेहिं सुसं घ्लायाविज्ञा मुर्स चयंते वि अन्न न समरुज्ञाणामि
जावज़ीवाए,, तिब्रिद॑ं तिथ्हिणां मरोण॑ चायाए कायणं न करेमि
न कारवेमि करंतंपि अननें न समखुजाणामि । तस्स भन्ते !
पडिक्कमामि निंदामि गरिहामि अप्पाणं वोसिरामि । दुच्चे
भनते ! मदब्वण उचद्रिओ मि सब्वाओओ सुसावायाओ बेरमणां
॥२॥
अहाबवरे तच्चे भन्ते ! सहब्वण अदिन्यादाणाओ बेरमयां ।
व भन्ते ! अदिन्ञादारां पच्चक्खामि । से गामे वा, नगरे वा,
रस्णेवा, अप्प वा, वह वा, अर वा, थूले वा, चित्तमंतें या,
अचित्तमंतं वा, नेव खय॑ झदिस्न॑ गिरहविज्ञा, नेवन्नेहिं
झदिननें गिराहाविजा, अदिननें गिराहन्ते वि अन्ने न समय
जाणामि जावज्जीचाए तिथि तिविहेसां मणोण॑ वायाए का
न करेमि न कारवेमि करंतंपि अन्न न समरुजाणामि। तस्स
न्ते ! पडिक्मामि निंदामि गरिदहासि -अप्पारां चोसिरासि ।
तच्चे भन््ते ! मदृव्वए उचद्टिओ मि सखब्चादओों अदिनज्ञादाणाओ
चेरमसं ॥ ३ ॥
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