करन्सी | Currency
श्रेणी : अर्थशास्त्र / Economics
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17.61 MB
कुल पष्ठ :
236
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about गौरीशंकर शुक्ल - Gaurishankar Shukl
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)४ इंग्लैंड में ब्लैक स्टोन के समय में जाली सिक्का बनाना राजद्रोह समसका जाता था और अंग्रेजी कानून ऐसे अपराधों पर बहुत कड़ी सजा देता था यहां तक कि सन् १८३२ तक ऐसे अपर।घो की सज्ा मृत्यु थी । अस्तु सिक्कों के मुख्य तीन काये है - १-विनिमय का साधन | २-मसूल्य का पारिमाण | ३-मूल्य का भिन्न २ भुगतानों के लिये एक परिमाण | विनिमय अर्थात् अदल बदल करने का साघन हुए बिना जाति नीचे गिर जायगी इस अवस्था में वह एक वस्तु से दूसरी वस्तु बदलने की प्रथा का उपयोग करने लगेगी । संसार के सम्य देशों में यह प्रथा किसी समय प्रचलित थी। उस समय भुगतान करने की रीति भी बड़ी भद्दी थी । इंग्लैंड जेसे देश में भी मध्य काल में घन की बड़ी कमी थी या दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि उस समय इंग्लेंड में सिका न था । यदि था भी तो वह यथेष्ट/न था | उस समय के इंग्लेंड निचासी यह नहीं जानते थे कि उन का देश सुमय पा कर ऐसा समृद्धि शाली होगा । झाज इंग्लेंड सम्पति का. लीला स्थल बन रहा है । पर उस समय वहां बड़े २ नगरों में पु बहुत कम मिलता था तब ग्रामो के विषय में कहना ही क्या है? गांव के लोग नौकरी चाकरी कर माल खरीदते थे
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