नए भारत के नए नेता | Naye Bharat Ke Naye Neta
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
30.22 MB
कुल पष्ठ :
708
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about राहुल सांकृत्यायन - Rahul Sankrityayan
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)है जावरर अशरफ श्र तरह पाला था । शंकरलाएं एक राजयीतिक हृत्यामें लेट सिंये गये । इसमें बालक अशरफकी मावनाका उधर प्रेरित होना भी स्वासारधिक था | लबेकपन मुखदाधादम रदते हुए चींगढ़ा अर सूफी अग्याप्रशादक सापर कौगए कितनी ही क्बिताशओं शोर कंथाछोंकों श्रशरफ बड़ी सचिसे याद करते थे । लड़ाईके समय स्कूलोमि किसी खास दिन सलाम करमेका हुक्म हथ्ा था । सशारफने उससे साफ़ इन्कार कर दिया श्र संडरकॉका श्रसम्तीप देखकर मुस्लिम हा्स्कूलफें देशमास्टरण उसपर जोर नहीं डाला एसी वेसिस्टकी . नजरबन्दीवी सपगयसे थी शशरफकफे गाजमीलिक | ददी।| हे ६ १८मं जन ठोशरप शालीगंदुफ एम शरीर कासेंजर्म दाखिल हुए तो शमी चह सुर्ख्लिम सूनियर्सिटीका रूप नहीं घारणकर सकी थी | सभी परोद्ाएँ इल्ताइामादन्यू सिवर्षिटोफी दी जाती थीं । एफ ए०में भशरपते श्ररधी तक श्र इाधशास लिया था । शरण एक बुत ही सुर्दर घा हैं हसका परिलेष सुरादाधाद हमें मिल होगा था श्रौर अलीगसूर्ण थ्रानिपर तो उनका घहस सर व्याख्यायका शौक श्र बढ़ गया हों पहुगेकों तरफ न बह पणिसे जंसी बेपरमोही नहीं थीं | नित्दाधिलीकी करी तो बे भी नहीं थी सरोर छाप उरी प्राहुपका बरेका लग मंया 1 पर्िदास और दर्शन उनके प्रिय विषय थे | श२०मं णरफं थे एन पते पास पिया शरीर सौर एस््में दाल दी गये । एसी घचा खसदुभाग खिंलाऊत श्र मंहारमं साँगी .. की शायाजा पेश मुजने लगी । मौलाना मुदम्मेददालीग अलीगढुम - तिसकनलशण्य-फगड़क
User Reviews
No Reviews | Add Yours...