सम्राट विक्रमादित्य और उनके नवरत्न | Samraat Vikrmaditya Aur Unke Navratna

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Samraat Vikrmaditya Aur Unke Navratna by ईशदत्त शास्त्री 'श्रीश' - Iishadatt Shastri 'Srish'

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विषय-तालिका विषय श -सम्रादू विक्रमादित्य छ के के के र२--वद्द मालवा वह तवन्ती कि ३--विक्रम-कालीन भारत नम इ--भठृहरि श्र उनका राज्य त्याग कि ३.--विक्रम श्रौर उनके सम्वत्‌ की प्रामाणिकता ६--विक्रम का प्रजा-पालन न ७--विक्रम की लोक कथाएँ. कर ८--विक्रम के नवरत् अमर ६--विक्रम श्रौर कालिदास का १ --कालिदास मी ११--कालिंदास के काव्य शी १२--कालिदास के नाटक के २३--कालिदास के व्यापक-प्रभाव लग १४--किंवदन्तियों के कालिदाउ नि १५.---घन्वन्तरि क परम १६--चूपणुक धर श १७-झमरसिंद शक मत श८-शडब् कु न गा १६--वेतालभट् धम्क शक २०--घटखपर ७७० ७७७ २१--वरादमिद्रि. भा २२--वररूचि निगम ०० २३--रसिंदावलोकन ० द पट र्न्ध्ः हर ० २१-४४ ५-३६ ३७-४७ पन्द्प् द्६-७८ ७६-८४ ट६-९१५० श०२न२१११ ११ रे०९१४ ७ १ ४८-१% ५९ १५७०१ द १६७-१५७५७ १७६८-१८ २ १श्८र-१८४ श्च्ज -२६० श्६. १-२६ ४ २६१-२०० २4१-२०४ २०५०९ ०७ सकने २ र१९-ररेर




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