मिस शिमला | Miss Shimla

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : मिस शिमला  - Miss Shimla

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about दत्त भारती - Datt Bharti

Add Infomation AboutDatt Bharti

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
शत शिव ऐय परत भरा प्रयोग बरते दे । इह पर शोर सबने में भस्देर ने रमन दे । इस धरना दे पपरार दस शेड हो थदा 1 दर्टपि उसने दमत इापर प्रयोग विदा दा । सैशित उसे बाभाएं हुमा हि बट एक एरिदाई दा पौर सं डी पा पर करो पूरी तरह शान मे प्राप्त कर हतता था । मिदेड रियो दे लिए मदेडी आए बेएा हो श्ीषिय रस ही दो यो उगऐे लिए रसिए दा हंतप्र दी । सेशन मिगेश गारगं रद पढ़ेशी जानएी दो । इगजिए बह बने मा मे हो गो एप साइद सिपेश रारदों को होने पी। पादह भी दाद में थो जाना चाहती थी । दिए दर सपा सरीप पे सो एट। जब जार मनी परम हे उड़ता रहा । गोरे गुबड़ों मौन हवा गर बंपा हुमा दा । रपए मे द्विग्गी एएप की । धर सास दिसास होरेटेग पद धमाएा । पिर पीठ पर सिर पंह कर उपने एक उपटरी दुष्टि दिवेड दागदों पए दादी । उपने रे सूद रगी पी । इसलिए एसतें हो भागों सूद सो छि छंद बे जोवन शा एव दौर होश है । हुए भदपि दि एस लिहग हो प्रात से की थी । बस्ति दिशा द्रए बपदे बह एज प्रताद पर में दनिदर भािटंगट बे गाडे बम बाधा रा दो । पद उसने बे ई दिदिडियों थे सदा मेयर विदा दा मेविन या प्दाषि मे दाल हुई पी । रस दर बपनी मो प्राण (पा पर । नेक्त इन ददों में पे शपर बसाएं दे । दूसरी अर पायर बरो सही दिए बढ़णो बा घमाएप ध्रइए दिया पा। शोए एवं भष्ा भारगोद बो सरि दे बाएं कर घन शुदन दिया दा 1 न भोग पिए इसो धन बो एड पे हो ारनोय देप मो बढ ये हु




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now