लव - लेटर्स | Love Letters

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Love Letters by पं. कृष्णकान्त मालवीय - Krishnakant Malaviya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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[ ४ _ ४९--३८६ नववधूसे -दो बातें ले० श्रीकृष्णद्त्त भट्ट--सम्प्रादक झाज' । ५०-५० साहित्य में प्रेम सन्देश 'लेखक श्रीमद्दाबोर सिह गहलोत एम. ए. जोधपुर । न१न--श०७ लव लेटर ाया लेखक जे. ढी. शर्मा 'केबिपुष्कर सम्पादर्क 'राम' । ५२-४०८ स्त्री की चिट्टी । षे---४०५९ पति का उत्तर 1 '““दू्--४१० प्रेम के उद्गार ( चुने हुए सुन्दर नब्म और दोहे 0 -५५--४२८ प्रिय मिलन को खोज में--रवीन्द्रनाथ ठाकुर । ६--४२८ प्रेम याचना--मे थिलीशरण शुप्त । ५७४२९ मधु स्टति--'सुमित्रानन्दन पन्तं । ४ ५८->४९२९ तुम और में--'सूयकान्त त्रिपाठी निराला ९८ ५९--४३१ प्रेयसी प्रियतम--मददादेवी वर्मा । ६०--४३२ एक पहेलो--'महादेवी वर्मा । ६१--४३२ स्पृति 'जयरांकर प्रसाद । ८६९२--४३४ प्र यसि 'बच्चन' । ३--४३४ निवेदन “तारा पाण्डेय' । दिष्--४३५ हृदय की सनकार ( पद्य और गीत । इप--४५३ स्नेद बन्घन की सदिच्छा “मोहन सिद्जी गद्दजोत एम० ए० 1 दद---४५५ प्रेमी का उत्तर । घु७--४५६ रद्दस्यमयी चिट्टी-प्र पक “श्रीमती धनी |




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