ग्रीस का इतिहास | Grees Ka Itihas
श्रेणी : इतिहास / History, साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
28.25 MB
कुल पष्ठ :
218
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)रे६ ट्ाय शहर पर अधिकार करके ग्रीकों ने उसे चविध्वंस कर डाला और मेनिलास की स्त्री देलन को वापस ले झाये । यह सब करके श्रीक राजा जब स्वदेश का लौटे तब क्या देखते हैं कि रिदेशियां ने उनके राज्यों पर अधिकार जमा लिया है इस लिए उन्हें फिर युद्ध करना पड़ा। परिणाम यह हुआ कि कुछ राज्ञाओं को तो उनका राज्य वापस सिल गया परन्तु कुछ का राज्य न खिलने के कारण देश परिव्याग करना पडा । देश त्याग करनेवालों में झाडिखियस उफ यूलिसीज नामक इथाका द्वोप का राज्ञा था । ट्राय का युद्ध होने के बाद दस चष तक वह अनेक कारणों से स्वदेश लोट न सका । इस लिए लोगों ने समभा कि चह समुद्र में डूब कर मर गया | पेनिलोप नामक उसके एक स्त्री थी । उसके पति का मरा ज्ञान- कर झनेक् राजाओं ने उससे विवाह करना चाहा । पर पेलिलोप पतित्रता थी उसने दुबारा विवाह करना स्वीकार न किया । उसने कोई काम वतला कर कह दिया कि जब तक यह पूरा न हेगा में विवाह न करूंगी । दिन भर वह उपर्युक्त काम करती रहती परन्तु रात को सब बिगाड़ डालती थी डतएव यूलिसीज़ के झाने तक उसका चह काम पूरा हो न डुआा। बाद को एक दिन यूलिसीज़ भिखारी के वेश में झपने महल में वापस झायां अपनी स्त्री तथा पुत्री को अपना परिचय दिया । उसके एक पुत्र का माम टेलेमेकस था । इस पुत्र की सद्दायता से यूलिसीज़ ने अपनी स्त्री और राज्य को फिर वापस पाया और शत्रु की पराजित किया । इस प्रकार ट्राय के युद्ध और युलिसीज़ के प्रत्यागमन की कथाझँ का चर्णन मदाकषि दोमर ने क्रमशः अपने इलियड और ओडिसे
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