हिंदी साहित्य का बृहत् इतिहास भाग 13 | Hindi Sahitya Ka Brahat Itihas Vol. - 13

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Hindi Sahitya Ka Brahat Itihas Vol. - 13 by श्री सम्पूर्णानन्द - Shree Sampurnanada

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( १० 9 मक्तिकाल (निगुशमक्ति) ₹४००-१७०० वि० चतुर्थ माग. पं० परशुराम चतुर्वेदी भक्तिकाल (सशुणुभक्ति) १४००-१७०० विं०. पंचम भाग... डा० दौनदयालु गुस शूंगारकाल (रीतिबद्ध) १७००-१३६०० वि०.. षष्ट भाग डा ० नगेंद्र ( प्रकाशित श्रूंगारकाल ,रीतिमुक्त) १७००-१६००० वि० सप्तम भाग डा० भगीरथ मिश्र हिंदी साहित्य का श्रम्युत्यान (मारतेंदुकाल) श्रष्टम भाग... श्री विनयमोहन शर्मा १६००-४० वि० दिदी साहित्य का परिष्कार (द्विवेदीकाल) . नवम भाग... पं० कमलापतित्रिपाठी १६५०-७५ वि» श्री सुधाकर पाडे दिंदी साहित्य का उत्कपकाल ( काव्य ).... दशम भाग शी रामेश्वरशुक्क'अचल” १६७५-६५ वि० दर पं० शिवप्रसाद सिश्र 'सद्र' दिंदी साहित्य का उत्कषंक्राल ( नाठक ).. एकादश माग श्री जगदीशंद्र माधुर १६७५-६४ वि० सहद० संपादक डा० दशरथ श्रोभा हिंदी साहित्य का उत्कर्षकाल ( उपन्यास; द्वादश भाग श्रीकृष्णुदेवप्रसाद गौड़ कथा, श्राख्याधिका ) १६७५-४५ वि० डा० मोलाशंकर व्यास डा० निभुवनसिह हिंदी साहित्य का उत्कषंकाल ( शरमालोचना त्रयोद्श माग निबंध ) १६७५-६५ वि०... (प्रकाशित) डा० लक्ष्मीनारायणु 'सुधांशु' हिदी साहित्य का श्रद्चतनकाल 'चतुर्दश माग डा० दरबंशलालशर्मा १६६५-१०१० वि० दिंदी में शास्न तथा विज्ञान पंचदश माग डर० विश्वनाथप्रसाद दिंदी का लोकसाहित्य पोडश भाग... मद्दापंडित राहुल ( प्रकाशित ) साँझस्यायन इतिहासलेखन के लिये जो सामान्य सिद्धांत स्थिर किए गए हैं वे निम्नलिखित हैं : (१) हिंदी साहित्य के विभिन्‍न कालो का विभाजन युग की मुख्य सामाजिक श्रौर साहित्यिक प्रबृत्तियो के शाधार पर किया जञायगा | (२) व्यापक सर्वागीण दृष्टि से साहित्यिक प्रबृत्तियो, श्रांदोलनों तथा प्रमुख कवियो श्रौर लेखको का समावेश इतिहास में होगा श्रौर जीवन की नई हृष्टियो से उनपर यथोचित विचार किया जायया | ( रे ) साहित्य के उदय श्रौर विकास, उत्कर्ष तथा श्रपकर्ष का वर्शन श्रौर विवेचन करते समय ऐतिहासिक हृष्टिकोण का पूरा ध्यान रखा लायगा श्रर्थात्‌




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