उवसग्गहरं स्तोत्र कल्प | Oovasagghar Strotra Kalp

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : उवसग्गहरं स्तोत्र कल्प - Oovasagghar Strotra Kalp

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about भद्रबाहु - Bhadrabahu

Add Infomation AboutBhadrabahu

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
(हा) श्रवर्गय॑ पंवयण निच्चंद,... भवे. वे पास. जिणचंदे | तुह पय पंकय मंयरंद,.... भव भसलतं भवऊ महा बंद ।॥११॥। सिरि मह वाह रइयस्स,. जिण पहसूरि हि मं सपहांवं संथघणस्से.... ससेग्गस,... विहिय॑ विवृहाणय पयस्स ॥२९॥ हृति शो उपसगंहरस्य स्तवन संपूर्ण ॥। सिने, (ठ #डिसे




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now