बाला निराला | Bala Nirala
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1.03 MB
कुल पष्ठ :
98
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)1 १७ शी वे थे शश-लाग्छन कि्ीकी ... जान सुकेश .. जैसे ्धिक कुश्चित. झानबान पिशेषता के गले नीच की री जो गुलाब... जैसा. खिला रक्तियास शान कलेजा डोला कली की जो. पीली रेखछु सगर हवा. सुबह की मैरवी की. तान चेला हई हुईं । नली हुई । उड़ी हुई ।
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