आहार - विज्ञान | Aahar-vigyan

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Book Image : आहार - विज्ञान  - Aahar-vigyan

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

Author Image Avatar

He was great saint.He was co-founder Of GEETAPRESS Gorakhpur. Once He got Darshan of a Himalayan saint, who directed him to re stablish vadik sahitya. From that day he worked towards stablish Geeta press.
He was real vaishnava ,Great devoty of Sri Radha Krishna.

Read More About Hanuman Prasad Poddar

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
| । हूँ # हा ते श्द शर्षों में सेपम दिधि हिररी गई है । घुर्तक भरदग इस पी संपपा अदास हू। रिद्वानों रे साप दी साधाएर दिर्दी जानने पाए भी ए हम दा सस्रो हैं । प्रस्पेस भद्रप को इसे राय पढ़सा शौर पाहुकों एप गूएदेपियों बो पढने दे सिए रासादिपत ढरमा गादिए। थो० एन मेहता सलाद पानिय प्रतापपद के प्रिंसपल दिये फे यरास्री लसक हाय्पठीय भायुर्पदापायं भीगुय पर्यित इरि नायायणगी शर्म्मा लिसते हैं-- भार पिशञान घुरद दद सद्प की है । रस दी घद साछ भौर घ्ौड है । मोवनग में शग्दस्प रगनेपासी सभी पा इसने भष्छे इग से भडिति हैं 19६ . 2६ इसमें सिसी पिपि के सनुसाएं भाउन बे से मजुप्य भागोग्प तथा दीपसीयस प्राप्तरर सफसा है 1 द्म्पों का पिरोप उपयोग शूदरप पूद मसपीन सिडित्सकों के बढ काम थी गीत है । ठेसी दपयोगी घुसकर सिने के दिए भापकों पर्पपाए ६ । इन्यीरनगरवास्तब्यै राजदैे पिदर्वरै भीयुसपण्टितरयाली- रामजीद्विवेंदि मद्दोदसैलिस्पते-- पाराणसी मगायास्वस्पी मैचनायि दनसामप्रसादशममदोदय मापायों विरधितः भाइार दिशान भागापपो मा सगप्रोश्यलोकिग । पैपशासि मद्दारायेः सर्थापुर्दीयादार सम्पधि सपापभ्ठेदि पिदिघ पिपय वियंचन सम्पादित्तमिलिमन्ये । भायुर्पेद्शाय सदम्यासफाप तथा स्प्पि जना. पुस्तक ऐश्रैयपहणाः । विद्याठपे थापनाएये पोषयोगितरोज्य




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now