माधवनिदानम | Madhavnidanam
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
26.39 MB
कुल पष्ठ :
408
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)। (१५)
विषय, शछांक, | विषय, ांक
सच्रिपातोपदंशके ल्ण र४| काकणकुपके कि)
असाध्य ल० ग्यारह झुद्कुछोवे लग 13
लिगवर्तिके ल० २४६ किटिभकुप्ठके ल० भर
फिरंगरोगनिदानमू । चंपादिककि ल० २५९५
फिरंगशब्दकी निरुक्ति २४६| ल०
दान २४७ दट्ठमण्डल के ११
इसका रूप १. | च्चर्मदलके लग ही
फिरंग रोगक़े उपद्रव १. | पामसाकुष्टके ल० रॉ
साध्यासाध्य कष्टसाध्यरव | यच्छके ल०
शूकनिदानम् । विस्फोटक २५६
सर्पपिकाफे ० २४८ | ले० थी
हर ऐ**| विचचिकाफे ल०
'अरंथितके ल० ५. | घातजादिक कुष्ठोंकि लग हि
कमिकाके ल० ४५० रसादि सप्तघाठुगतकुष्ठोंके ल० ने
अलजीके ल० ++. | रक्तगतकके ल० शी
मुदितके ल० 7१. | मांसगतफुष्टके ल० १
संमूठपिटिकाफे ल० १ . | मेदोगतकुप्टके ल० रण
अवसन्यके ल० +. | भस्थिमजागतकु््के ल० ११
पुष्करिकाके ल० | शुक्रातंवगतकुष्ठके ल० 1
स्पर्शद्दनिके लग २५० | साप्यादिमेद ५८
उत्तमाफके ल० +. | ऊषमें प्रधानदोषकि ल० 1
शत्तपोनकके ल० +. |किचासनिदान ५९,
र्ववपाक्े ल० +. | वातादिभेदस उनके ल० श
लक १9 श्वित्रके साप्पासाध्य १३
गा ल० 1). | किछासके असाध्य छ० 11
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विद्राचे के दा था है तहलका मर
तिलकालकफे ल० १ शातापत्तानदानमू ।
ससाध्य शूकदो पढ़े, छ० था खा समाप्ति व पूर्वरूप २६१
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ऊष्टीनदानमू । उद्दका दूसरा घ १)
दोषाधिक्यसे कुछके भेद २५२ फोके छ० ही १)
या ही अम्छाफ्त्तिनिदानसू ।
सप्त मसद्दाकुष्ठोंके ल०
और्दवरकुष्ठके ल० हे | हम स्वरूप... २६२
मडलऊप्ठके ल० शक ले दी
ऋषजिदक ग्ठके ल० | भघोगत ल० 1६
पुण्डरीककुण्ठफे लग - जप उध्चंगत अम्ल पित्तफे लत बुक
सिध्मकुष्ठफे छ० रा ल० २६३
ः “* म्लपित्तके साध्यासाध्यविचार *'
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bhikam jangid11a
at 2021-02-11 04:11:42bhikam jangid11a
at 2021-02-11 04:05:37