वरांगचरित | varangacarita

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : वरांगचरित - varangacarita

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about ए. एन. उपाध्याय - A. N. Upadhyay

Add Infomation AboutA. N. Upadhyay

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
1५२०१ एल१05९ 1. (सा &. ठै??.592८1775 पड €पंपंणा ए रिकाकाडवट्काक 5 98920 पा. ज़ि0 एशोएा-ट8 55. पाए स्रटाट 22806 ; काठ फ़िला लापद ए०5लपफुपिया 15 मास्ला ज्शिएफ़ : कर (कर) : का 8000-16 ततड., प्ा£्य5पाण0ए 13-57 >(27>(2”, 06- 195 (0 डा 1.8दज्ञाप्$ला8 8082, कहणावघजा (ल०, 155, 8190 195, पघाकाइचण्फािय, ठंड)... दा. एणाधिधाड 144 1£8घ९५. (- 288 8865) ; €घ00 ए8€ 985 टांघी॥ प्रंए€5 80 680 ाशर 00 58 12- (8. 1 15 शाला ॥ा (0-९ घाए1902 511, 20 पाट शि्ा00-ा- पाएं 15 घाएणिशा 82वें धिधीए 968पघघि. ९ है $. 15 फटी ए1९529- ६१, 6 15 ॥ ००१ 0र्श, 0१४ णा€ 168, ०. 30, 15 फिट 22085, हद. 1188 80ए0€ 120प्रल8€ श€ शत फिश€, व एण्ड 158 ८्वार&्पिा, 9४ 175 एफ भूज्एथ्वा5 (0 9४९ #फ्रिटाए९0 50ा€ ए्एंड8.868 एणाए फ0€ णांष्टाए081, निभा 800 फ़ाहण (टाटा: ०जाल्पपाजाड 81९ 80 11 2 एन ॥प्ाशत-श्ापपाएट्र, 5 1. 15 प्डप9 का एत-र घाा802 च$8., केश0एए घाव 10ाए 2, & पाते ४ अर एज तांड्ाएपांआाशत, निशा प्रक 8 द# छा एलाटाघप५ 1शूुजरशाध€0 9 प्रंघ 200 दि; आएं पाप जला 2 घाते 3 घा& 1एटालाघाधलठ, फिफिया + 1 पट दिए प्ाांज्टा' एव 8 एणपुषााए : ग्रा०प[), प€ (फटा एा50णाओा। 15 प्ारिसा 25 पऐे०्पजिट : धो व, चड्िकााकाद ८, वॉडिट पिाल्ट अंजिक्ाा5 87९ (एशिा ८जाधिड$6, 2त ; 15 छ$पघष् एप लि ४. नुफ़्ट पड. एफूलाइ (08 : श्रीमदादिब्रह्मणे नमः । निर्विज्नमस्तु ॥ अदख़िलोक, . .. . . ; शत फ़ाड ०्णाटपतफ़ाइ 4558९, थे. फिट (086 0 फ्रपापाए-शिड: ८000, 1घा1इ पि5 ; ं स्वस्ति “श्रीविजयाभ्युदयशालिवाहनदशाक््ष १९६५८ नठ्ठमामंसंवत्सरे कार्तिक मासे कृष्णपक्ने श्वतुदेशीतियी भन्दवारयुक्तायां श्रीरज्पतनप्रविराजमानश्रीमदादिनाथ




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now