गान्धारी | Gaandhari

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Gaandhari by कृष्णेश्वर डींगर - Krishneshvar Deengar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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16 / गान्धारी राज्य की कलह को मिटाने हेतु व्रत लिया तब से ही देवब्रत भीष्म कहलाने लगे शान्तनु पिता से इच्छा-मृत्यु बरदान मिला युद्ध भूमि मध्य निज शौर्य दिखलाने लगे | चित्रागद विचित्र वीर्य सत्यवती के दो पुत्र शिक्षा शस्त्र-शास्त्रों की भीष्म से पाने लगे शान्तनु की मृत्यु बाद चित्रांगद राजा बने विजय श्री पाकर अधिक इतराने लगे | है 2९ है मर ८ हस्तिनापुर के नए सम्राट चित्रांगद हुए जब एक था गन्धर्व उंसका नाम भी चित्रांगद था हो गया आहत अहं सम्राट का यह बात सुन कर युद्ध का निर्णय लिया - यद्यपि विजय पाना कठिन था।




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