अन्नपूर्णा भूमि | Annapurna Bhoomi
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
236
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)[ ग॒ 3)
नवभारत प्रफाशन' पूंजीचादी संगठन नहीं हैं। वह एक
सहकारी संगठन है । उसका निर्माण केवल आधिक लाभ की
रृप्टि से दी नहीं टुआ है। यह संस्था यदि किन्हीं विशिष्ट
ग्रन्थों फे प्रकाशन में भारी क्षति का अनुभव करेगी; तो भी
उसके प्रकाशन में पीछे न रहदेगी। प्रकाशन से जो भी स्वल्पतर
आय होगी; चद्द अन्य व्यय के उपरांत पुनः प्रकाशन के विनियो-
जलन में उगेगी । रस संस्था द्वारा साहित्य के उन अंगों का
प्रकाशन द्ोगा; जिनका हिन्दी में अभाव दै। अतः संस्था के
रस सत्संद.ल्प की दाता केवल जनता ऐ, उसीका हमें एकमात्र
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'नचसारत प्रन्थमाला' छारा नियमित रूपसे प्रति चरप अनेक
रचनाओं फा प्रकाशन होगा । शरे: शर्नें: प्रकाशन में प्रगति
होगी । दो रुपए अमानती जमा चर प्रत्येक ब्यक्ति; पिद्यालय,
पुरनफालूय; पंचायत आदि इस प्रन्घमाला के स्थायी सदस्य दो
सकेंगे स्पायी सदस्यों को ग्रन्धमाला की प्रत्येक पुस्तक प्रका-
दिस छत ही ? मूल्य में बी० पी८ पी० से भेजी जाएगी । यह
रियायप पेय स्पायी माइफों छे लिये है। जो सदस्य सचना
कि चिक-.
र्स्च पर सनाघाटर से रुपया बज दस, टन डाक व्यय नहीं देना
पहना । पर प्न्पमाला फे स्थायी सदर््यों की संध्या सीमित
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