मकबरा | Makbra

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Makbra by मुद्राराक्षस - Mudrarakshas

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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मकबरा 7 मांखें चढ़ा लेता है, भावाज कंपाता है और जवरन जाहिर करता है कि वह नशे में है ! बिल्सन महसूस करता है कि जैसे बोतलें भी नें में हैं । भद्ध गोलाकार काउण्टर पर रखी बोतलें नदी में बेतहाशा डूब गयी हैं । 'नशा बहुत बुरी. चीज है । वह वोतलों को पागल कर देता है मौर रूबाई को कोई पाइप में तम्बाकू की तरह भर कर पी जाता है, एक खर- खराते गले का गीत मकड़ी के लिबलिवे तार की तरह उड़ता है, जिसमें चिपक-चिपक कर बोतलें गिल-बिलाती हैं । मकड़ी का तार रवाब की तरह ठुनकियां देकर बजता है भर वोतलें लड़खड़ाने लगती है--जलतरंग की तरह खन्‌ खन्‌ू खनू***! यह घुन बड़ी गच्छी है-- *किस मी क्विक्‌ एण्ड गो ! ' स्प्रिगदार दरवाजा खुलता है और घपाक से बन्द हो जाता है । चारों तरफ जड़े शीशों में एक सुख पोशक पहने सुनहले वालों वाली भौरत की तस्वीरें झलक जाती हैं । वह मंडेलीन है । मेज पर झुका हुआ नाटा बूढ़ा उमस कर मंडलीन को देखता है भौर ग्लास की पीली शराब का एक घूंट लेकर फिर स्रेज पर भौंघ जाता है । मंडेलीन थकी-थकी-सी विल्सन की भेज की तरफ गाती है औौर एक कुरसी खींच कर बैठ जाती है । चह धकी है मौर पता'नहीं क्यों उसकी यह थकावट विल्सन को गलत लगती है, जैसे किसी बच्चे ने किसी मादमी की शक्ल बनायी हो और सिर सीधे रानों के ऊपर ही जोड़ दिया गया हो और हाथों में पांच की जगह माठ-भाठ उ गलियां बना दी हों । थकावट गलत है ! या तो मेडेलीन को रबाब के साथ चाचसा चाहिए या प्रार्थना करनी चाहिए--'आया है, ईश माया है ! * दे अधेड़ बेयरा काउण्टर पर झुका हुआ नीग्रो चार्टन की वात कर रहा है, जिसने नदो में दीवाल पर वने देर पर बाक्सिंग करके अपनी उ'गलियां तोड़ लीं बाज ! बाटंन अफसोस के साथ कह रहा था कि वह लड़ाई पसंद




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