छूटक अध्ययनों | Chhutak Adhyano

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Chhutak Adhyano by बाबाभाई ठगनलाल शाह - Bababhai Thaganlal Shah

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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द्शवैकालिकलु चोथुं झध्ययन. .. (एु चा रखे ' वां, झाप्प वा, चढं वा, शा वा, थूल दा चितमंतं वा; 'चित्तमंतं वा, नेव सरय ाादज्न गिएढे' ज्ञा, नेव जद झादिने गिएद्ावेजा, छा दिन गिएइंते5वि, छान्ने न समणुजाऐ झा, जावज्ञीवाए, तिविद्ूं तिथि हेणं मणेण, वायाए, काएण, न करेमि; न कारवेमि/ करंते5पि छान्न न समशुजाणामि, तस्स ज्ंते पश्चिक सामि, निंदामि, गरिंदामि, 'झप्पाणं वोसिरामि सचे ज्ंते मदद, उव छिय॑मि, सचार्ज छदिन्नादाणाज चेरमण ॥ दे ॥ हावरे चनहे नते सदर, सेहुणाल वेरमर्ण; से चंते सेहुण पच्चक्कामि, से दिवं वा, साएुस्सं वा; तिरिस्कजोणिये वा, नेच सय मेडुरसिवेज्ञा, नेवडने दि भेडुणं सेवावेज्ञा, मेहुएं सेवंतेधवि छात्रे न समणु जाऐल्जा, जावड्ीवाए, तिविई तिविहेण॑ं, मणेणुं) वा याए, काएणं, न करेमि, न कारवेसि करत$पि छान्न॑ न समणुजायामि, तरस ज्ंते, पसिक्मामि, निंदामि, गरिढ़ामि, छाप्पाण वोसिरामि ॥ चघलें जंते सद्घए, जवध्लिमि, सा मेहुणाजं वेरमणं ॥ ४॥ शह्ावरे पंचसे चंते मदघए, परिग्गहाज॑ वेरमण;




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