बाल भारती भाग - २ | Bal Bharati Bhag-2

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Bal Bharati      Bhag-2 by संयुक्ता लुदरा - Sanyukta Ludra

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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2. कबूतर और जाल . पीपल... कबूतर. भोजन. धरती _ चिल्लाना.. बहेलिया.. ज़ोर . इशारा मित्र... उन्हें... उन्होंने धन्यवाद जंगल में पीपल का एक पेड़ था। पेड़ पर बहुत से कबतर रहते थे। कबूतर दिन भर भोजन की खोज में घूमते रहते। रात ोगे पर वे सब पीपल के पेड़ पर लौट आते। एक दिन की बात है। कबूतर भोजन की खोज में गए। थोड़ी दूर उड़ने पर एक छोटा कबूतर बोला अध्यापन संकेत गाव भाव नथा स्वर के उतार-चढ़ाव दवाग अभिनयात्मक ढंग से कहानी सुनाएँ। पाठ मैं आए नाए शब्दों का प्रगोग कहानी कहते समय करें। इस पाठ में कुछ संयुकतव्यंजनों का प्रयोग है जिन्हें पहले नयनन को पाई काका दूसरे लयजन के साथ जोड़ा गया है जैसे - ल्ल न्य नहा इन मंयुक्तव्यंजनों से बनने वाले शब्दों को शगामगर पर लिखकर इनका उच्चारण करवाएँ। मंयुक्तव्यंजन के लिखिंत रूप पर ध्यान दिलाएँ। हमम दो आग सवमियों जे और फ का भी प्रयोग है। ज और फ से इनका अंगर स्पष्ट करने के लिए जलेबी-जमीन एप साफ ये शारदा के उदाहरण दे। है और ड़ दे और हू ध्वनियों के उन्नारण और लिखित रूप का अंतर




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