हँसहिंडोल | Hanshindol
श्रेणी : जैन धर्म / Jain Dharm
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
200
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पहिली मचकी १
होवे हिन्दू या सुसलमां होवे ईसाई यहूद्।
रमरदहां घट २ में प्यारा छुपरहा सब तनमें रे 1
तेरा प्याय० ॥ २॥
हर पातमें हर डालमें हर फलमें वह हर छूलमें ।
हुर गुन्चेमें युन्वादृहन हर खेलमें हर फनमें रे ।
तेरा प्यास ॥ ३ ॥
७ अत्रमें घमका कहीं और > बकगें चमका कहीं ।
मारा कहीं हारा कहीं जीता कहीं है रणुमें रे ।
तेस प्यारा० ॥ ४ ॥...
ज़ाहिर ओ वातिनकों करते एक रंग हंसस्वरूप ।
ले बसा दिलपरकों अपने दिलके तू + मसकनपें रे ।
तेरा प्यारा ॥ ४ ॥
सलयकादकानाीयक कु वाला,
केशव तुम कितने + शब तारे ॥ घूव ॥
जीघाको शबं व्याघाको शव शव शबवंरीह्निं उधारे ।.
केशव ॥ १ ॥
तारेउ शव.कुकला भयंकर शव गजराज उबारे ।
केशव ॥ २ ॥
& ्र्ननवादल » बर्कल्विजली, न ससकन-रहनेकी जगह
शवन्लाश ल्
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