हँसहिंडोल | Hanshindol

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Hanshindol by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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पहिली मचकी १ होवे हिन्दू या सुसलमां होवे ईसाई यहूद्‌। रमरदहां घट २ में प्यारा छुपरहा सब तनमें रे 1 तेरा प्याय० ॥ २॥ हर पातमें हर डालमें हर फलमें वह हर छूलमें । हुर गुन्चेमें युन्वादृहन हर खेलमें हर फनमें रे । तेरा प्यास ॥ ३ ॥ ७ अत्रमें घमका कहीं और > बकगें चमका कहीं । मारा कहीं हारा कहीं जीता कहीं है रणुमें रे । तेस प्यारा० ॥ ४ ॥... ज़ाहिर ओ वातिनकों करते एक रंग हंसस्वरूप । ले बसा दिलपरकों अपने दिलके तू + मसकनपें रे । तेरा प्यारा ॥ ४ ॥ सलयकादकानाीयक कु वाला, केशव तुम कितने + शब तारे ॥ घूव ॥ जीघाको शबं व्याघाको शव शव शबवंरीह्निं उधारे ।. केशव ॥ १ ॥ तारेउ शव.कुकला भयंकर शव गजराज उबारे । केशव ॥ २ ॥ & ्र्ननवादल » बर्कल्विजली, न ससकन-रहनेकी जगह शवन्लाश ल्‍




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