भजन मंडली | Bhajan Mandali
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8 MB
कुल पष्ठ :
366
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(१४ )
मजा उड़ावें । लड़की जन्म रुलानेबाले ॥२॥
रांड नचा अपशकुन बनायें ' कुर्बानी घन
देह कराबें । खुश दोकर घन धर्म गमावें '
मरकर दोजख_ जानेवाले , ३ ॥ जो [ आा-
तिशबवाजो छुड़बावें ' खुश हो सालमे आा
ग लगावें । हिंसा करके पाप कमाें ।
घूनी चाम सूंघनेबाले । ४ मेठो कुरीत
तम तज दुन्द' मेंठो या से शुभ सुख“चंद्र,,
थंघे में ना होदो अ'घ। घरसे वे सुधर'
हनेवाले ॥ '्ै।
९४ मअजन ( वेश्या खंडन )
कभी मत करना यार भूलके रंडीवा-
जी ॥ टेक ॥ आतिश सुजाक हो ज़ात्रे।
गठिया परमेह खताके.। मरें कर होहा-
फ्रार ॥ भूल० ॥ छल करके घन हर लेवे।
हर
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