भारत के राष्ट्रपति डा॰ राजेन्द्र प्रसाद द्वारा दिये गये महत्वपूर्ण सन्देश | Bharat Ke Rashtrapati Dr. Rajendra Prasad Dwara Diye Gaye Mahattvapurn Sandesh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
119
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)रट
इस बात को प्रमारित करने का यत्न करना चाहिए । मेरी शभ कामनायें
भारत स्काउट दल के साथ हे श्रौर में उनकी सफ़ल यात्रा की कामना
करता हुं ।
(२० जुलाई, १९५५)
विश्व स्काउट समारोह का स्वागत
आठवें विश्व स्काउट समारोह के आयोजन का स्वागत करते हुए में इस
अवसर पर सभी देशों के स्काउटों से यह कहना चाहुंगा कि आज के यग में
सब से बड़ा बल सहयोग की भावना श्रौर पारस्परिक मेल जोल में हे । ये
दोनों भावनाय स्काउट आंदोलन का आध।र भी है । इसलिए इन पर अधिक
से अधिक बल दिया जाना चाहिए, जिससे कि विभिन्न र:ष्टों श्रौर जातियों के
बीच सहिष्ण_ता, मंत्री श्रौर सद्भावना स्थापित हो श्रौर जेस। कि प्राचीन
भारतीय मनीधियों का स्वप्न था, संसार एक दिशाल कुटुम्ब के समान बन
सके । म आपकी जम्बूरी को सफलता चाहता हुं श्रौीर आज्ञा करता हुं कि
इसके द्वारा संसार के युवक समाज में जागृति पंदा होगी श्रौर वे मेत्री तथा
मानव कल्याण के साग॑ पर अग्रसर हो सकेंगे ।
(२० जुलाई, १९५५)
बंग शिशु उत्सव
पश्चिमी बंगाल के समाजिक कार्यकर्ता बधाई के पात्र ह कि उन्होंने
अखिल बंग दिशु उत्सव मनाने का निणय किया है । सधारणत हमारी
अधिकांश गतिविधि श्रौर देनिक कार्यक्रम एसे होते हूं जिनमे छोटे बच्चों को
दिलचस्पी नहीं हो सकती । किन्तु य राष्ट्र के उदीयमान सेवक प्रौर करा धार
होनहार बने, श्रौर अपने कतंब्य को समझने के साथ साथ समुचित ढंग से
निजी बौद्धिक तथा शारोरिक विकास कर सके, इसके लिय यह आवइयक है
कि हम वयस्क श्रौर वयोबद्ध लोग बच्चों के काम काज में श्रौर उनके कार्य क्रम
मेरुचिले। इस दृष्टि से पदिचमी बंगाल के सामाजिक कार्याकर्ताश्रों ने इस
उत्सव का आयोजन करके एक महत्वपूर्ण कार्य किया है । मुझे आशा है कि
इस शुभ कार्य में अन्य राज्य भी पद्चिमी बंगाल का अनुकरण करेगे श्रौर
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