सरहदी गांधी | Sarahadi Gandhi
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
12 MB
कुल पष्ठ :
330
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)२ रू,
शोर से) लेखक, श्रीमती डा० मेहरा श्रौर श्रीमती थापर्५०
शाम बहुत श्रच्छी वीती ।”--वादशाहखान.... पृष्ठ?
१५ मोहमदजई कबीले सरदार के परिवार के साथ
“बडे भाई फकी रवाईजे ने खुदाई खिदमतगारों के लिए वजीर के
पद से इस्तीफा दे दिया ।” --छोटे भाई निकोबावा
मैं वातशुद्दू द खुदाई खिदमतगार हू ।'' (पृष्ठ रर)'
२६ कबीले के सरदार को बहुन जोहरा
३११४७
श्प
न
२६.
२१
नर
रे
“परम्परागत परदे की प्रथा तोडकर खुदाई खिदमतगार बनी”
(पृष्ठ १९२)
शिशु-प्रेम
कलीस उल्ला के परिवार के एक बच्चे के साथ
“गोद में जगह पाने को होड लग जाती है ।” पृष्ठ १२२)
फिर दारुल-अमान मे
जमीयते-सिल्लते श्रफगानिया शिष्ट्सण्डल के साथ सबसे पीछे
की पक्ति मे (दाई आर से प्रथम ) दुर्रन खा
“्रय्यूवशाही का खात्मा करो । वली खा नेशनल झवामी लीग
के प्रमुख चुने गये ।”” (पृष्ठ २०६-१०)'
राष्ट्रपत्ति डा० जाकिर हुसेन के साथ
“इक्कीस साल के वियोग के वाद भरत-सिलाप ।” (पृष्ठ ७ ))'
जलालाबाद मे
“'तेहरू-पारितोपिक अ्रफगानिस्तान भी पहुंचा दिया जा सकता है ।
हिन्दुस्तान झाने की विशेष ग्रावश्यकता नही ।” पृष्ठ २३०)!
वाकर अली सिर्जा और लेखक के साथ
“हुम स्वीकृति-पत्र लेकर लौटे ।'”
आखिर हिन्दुस्तान पहुचे
पालम हवाई श्रट्डे पर इदिराजी श्र जयप्रकाशजी द्वारा स्वागत
भारतीय ससद की सयुक्त बैठक मे
(पृष्ठ २३१)
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