सरहदी गांधी | Sarahadi Gandhi

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Sarahadi Gandhi by प्यारेलाल - Pyarelal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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२ रू, शोर से) लेखक, श्रीमती डा० मेहरा श्रौर श्रीमती थापर्‌५० शाम बहुत श्रच्छी वीती ।”--वादशाहखान.... पृष्ठ? १५ मोहमदजई कबीले सरदार के परिवार के साथ “बडे भाई फकी रवाईजे ने खुदाई खिदमतगारों के लिए वजीर के पद से इस्तीफा दे दिया ।” --छोटे भाई निकोबावा मैं वातशुद्दू द खुदाई खिदमतगार हू ।'' (पृष्ठ रर)' २६ कबीले के सरदार को बहुन जोहरा ३११४७ श्प न २६. २१ नर रे “परम्परागत परदे की प्रथा तोडकर खुदाई खिदमतगार बनी” (पृष्ठ १९२) शिशु-प्रेम कलीस उल्ला के परिवार के एक बच्चे के साथ “गोद में जगह पाने को होड लग जाती है ।” पृष्ठ १२२) फिर दारुल-अमान मे जमीयते-सिल्लते श्रफगानिया शिष्ट्सण्डल के साथ सबसे पीछे की पक्ति मे (दाई आर से प्रथम ) दुर्रन खा “्रय्यूवशाही का खात्मा करो । वली खा नेशनल झवामी लीग के प्रमुख चुने गये ।”” (पृष्ठ २०६-१०)' राष्ट्रपत्ति डा० जाकिर हुसेन के साथ “इक्कीस साल के वियोग के वाद भरत-सिलाप ।” (पृष्ठ ७ ))' जलालाबाद मे “'तेहरू-पारितोपिक अ्रफगानिस्तान भी पहुंचा दिया जा सकता है । हिन्दुस्तान झाने की विशेष ग्रावश्यकता नही ।” पृष्ठ २३०)! वाकर अली सिर्जा और लेखक के साथ “हुम स्वीकृति-पत्र लेकर लौटे ।'” आखिर हिन्दुस्तान पहुचे पालम हवाई श्रट्डे पर इदिराजी श्र जयप्रकाशजी द्वारा स्वागत भारतीय ससद की सयुक्त बैठक मे (पृष्ठ २३१)




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