अब्राहम लिंकन | Abraham Lincon
श्रेणी : राजनीति / Politics
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
23 MB
कुल पष्ठ :
476
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
लार्ड चार्नवुड - Lord Charnwood
No Information available about लार्ड चार्नवुड - Lord Charnwood
श्यामराव भटनागर - Shyamrav Bhatanagar
No Information available about श्यामराव भटनागर - Shyamrav Bhatanagar
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)काव्यक्ति या! ये और जान जान्टन घटनाक्रम में पुनर्पचेश करते हैं अन्यथा
' लिकन के परिजनों की कहानी यहीं समाप्त होती है। प्रारम्भ में ही इन लोगों
के इतने महत्वद्दीम उस्लेख का कारण यह नहीं है कि ये लोक दुजन अथवा
सामान्य व्यक्ति थे । कारण यह है किं जबसे लिंकन ने अपने पुरुषाथ से संसार.
के कार्यक्षेत्र में कदम रखा, उसने स्वयं ही यह धारणा बना सी झि बठ यहीं तक
उसके परिवार का उससे सम्बंध है; इससे आगे चुद नहीं । उसके अत्यंत निकट :
के लोग असमय में ही कालकवनित हो गये।. सही अथवा गलत, उसने
अपने मन में यदद धारणा बना सी कि से किसी अज्ञातनाम पितामहद (नाना)
से उनके बेशानुगत गुण प्राप्त हुए हैं। प्रारंम के दिनों में ही उसने अपने को
महत्वाकांक्षी पाया दोग और इस दिशा में अपनी बुद्धि का भी परिचय दिया
होगा। परन्तु बार से इक्कीस वृष का उसका ऐसा जीवनकाल है जितमें उसे
एक भी व्यक्ति एसा नहीं मिला, जो उसको प्रेग्गा अथवा सराहना के दो शब्द भी
कहता, जब कि यही समय जीवन के सवीगीग विकास का प्रारंभिक काल माना
जाता है । उसकी रमरण-दक्ति पर जो यदद पाला पड़ा, उसने उसके जीवन पर
सदा के लिये घनीभूत पीड़ा की विशिष्ट छाप अंकित कर दी, जो उसके चेहरे
पर भी झलकती थी। मिस्संदेह उसने जीवन की प्रारम्मिक अवस्था में ही थह
समझ लिंगा था कि वह विलक्षण है और उसकी यह असामान्यता उसबी चक्ति से
सम्बंधित है; शायद उसे जीवन-संघषष में एकाकी ही खड़ा रहना पढ़े। वह
अपने को इस योग्य भी समझने लगा था |
इस सुदूर परिचिमी क्षेत्र में झुषिजीवी साहसी के लिये श्रमयुत्त खतंत्रता के
महान अवसर प्रा थे। पर्तु लिंकन जत्र तक वयस्क हुआ, प्रगति व परि-
वर्तनकाल आारंम हो चुका या और इसलिए, उस समय शीघ्र समृद्धिशाली बनने
की आशा नहीं की जा सकती थी । इसके विपरीत सभी लोगों के लिए कठिन
दिकरें पैदा दो गयी थीं। सारा प्रदेश घने बनों से घिरा था । इसमें चंसने बालों .
के लिये प्रारंभ में भूमि को साफ करने तथा चहीँ रक्षात्फ बसेरा बनाने का कठित
भ्रनसाध्य काय था। यह ऊदड़-खा्रड़ बेर छोटा-सा मकान अथवा अर्पचन्द्रा-
कार हब की शक में खड़ा किया जाता, यो एक ओर से खुन्ा रहता था। सर्दी
: व दरों के मौसम से बचने के लिये वहाँ कोई आड़ नहीं होती थी.) ठीक ऐसे
ही स्थान में लिंकन परिवार ने जेन्टरीविल्त में अपनी पहली शीत ऋतु गुजारो |
एक तार स्थान चुन लेने व भूमि साफ कर लेने के बाद मी कृषि करना अथवा
ऐसी उवरा भूमि प्राप्त करना जेसी कि रेलों व कृषिजन्य मशीनों के विकास
User Reviews
No Reviews | Add Yours...