आओ दूरबीन देखें | Aao Durbin Dekhe

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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के आदेश की अवहेलना करने का साहस न कर पाया। विलाप करती अरियादूना को सागर तट पर छोड़कर वह उदास भन से आगे चल दिया। बैकस देवता ने अरियादुना का विलाप सुना और उससे विवाह करके उसे देवी बना लिया। अरियादुना के रुप को शाइवंत बनाने के लिए उसने उसके सिर से फूलों की मुकुद उतारकर उसे आकाश पर फेक दिया। मुकुट के फूल उड़ते-उड़ते रत्न बन गये और आकाश पर पहुंचकर तारों की भाति चमकने लगे। तारों का यह मुकुट ( किरीट ) देखकर लोग रूपवती अर्यादूना को याद करते हैं। इघर एक और नक्षत्र है। पुस्तक मे बना चित्र देखो -पाच तारे “0” अक्षर जैसे हैं, जिसकी “ टागे ” अलग-अलग दिशाओं में फैल गयी हैं। प्राचीन लोगो को यह नप्तत्र बुर्सी पर लैटी युवती की याद दिलाता था। इस नकद का नाम है कैसियोपिया। कैसियोपियां नक्षत्र के इर्द-गिर्द तीन और ननषत्र हैं. सीफियस, ऐड्रोमिडा और पर्सियस | इन चार नक्षत्रों की बड़ी लवी कहानी प्राचीन यूनान में गढ़ी गयी थी। बहुत पहले इथियोपिया देश का राजा था सीफियस। उसकी पत्नी कैसियोपिया को अपने रूप पर बदत गर्व था। एक बार वह जल-परियों नीरियस-पुथियों के सामने अपने सौंदर्ड की प्रशसा करने लगी। भीरियस-पुतियों को यह बहुत बुरा लगा, उन्होंने जल देवता पोसिढोन से शिकायत की। फ्रुद्ध पोसिंडोन ने विराट, डरावनी ह्लेल इथियोपिया की ओर भेजो । अब सीफियस को चिंता हुई कि द्वेल को शात कैसे किया जाये ताकि वह उसके देश को सताये नहीं। मनीपियों मे सीफियस को परामर्श दिया कि वह देश की सबसे सुदर युवती , अपनी घहेती बेटी ऐड्रोमिडा को ह्लेल को मेट कर दे। सीफियस रो पड़ा। लेकिन बया करता? किसी भी कीमत पर उसे भयानक द्वेल से देश की रक्षा करनी थी। सो उसने बेटी का बलिदान करने का निश्चय किया। ऐड्रोमिडा को सांगर तट पर लाकर उजीरों से चट्टान से बाघ दिया गया। द्वलेल आयेगी , उसे ले जायेगी । उधर इथियोपिया से दूर वीर योद्धा पर्सियस एक जद्ितीय पराक्म करने निकला यथा। वह चुपके-चुपके एक बीरान द्वीप पर पहुंचा, जहा गोर्गने रहती थीं। ये ऐसी राझसियां थी , जिनके सिरो पर बालो की जगह काले साप थे। जिसकी भी नडर इनसे मिल जाती वह ..........आ का बा सा आए जब आम जम... ही हि ्ए््प्एपिीी




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