शिशु हित शिक्षा [खण्ड १] | Shishu Hit Shiksha [Vol. 1]
श्रेणी : संदर्भ पुस्तक / Reference book
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
11 MB
कुल पष्ठ :
266
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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दाणजरमरणा चउबीसेंपि जिखुवरा तित्थयरामि
पसीयेठु ॥ ४ ॥ |कैत्तिय वंदिय,.महिया जेए लोगस्स
उत्तमा सिद्धा जारुगग बोहिलारम सभा हिवरसुक्तमं
दिंठ ॥ दे ॥ चन्देख निम्मलयंग घाइच्चेस श्ाहि-
ये फ्यासयरा सागरवर युस्वीरा सिद्धां सिद्धि मर
दिसन्हें ॥ ७ ॥! ः
॥ अथ' नमोत्युणुं ॥
रा्मात्युय' अरिहंतास भगवन्ताण शघाइररारी
तिंव्थगुराणुं सब संबुद्धाणं पुरिसोत्तमाणं पुरिससी
हारा पुरिसिवर, पुरुडरीयाशं पुरिसवर गघडर्थीणं
लोशत्छुमाण लोगनाहदाणं लोगददीथाणं लोगपई
वास लोगपज्को अराराण अभयदयाणुं चुद्खुद-
या मर्गदयाणं शरणदयाशं जीवदय।णुं वोही-
दयाणुं घम्मदयाणु घम्मदेसियाण 'घर्मतायगाणँ
घम्मसारहीणुं घम्मवरचाउरंतचक्ट्रीशी दीवोताणं
सरणगढ पहुट्टा झप्पडिहय वरनांशद्सण - घराणुं
विधटरुउमाणं जिशाखुं जावयायणुं, तिक्ञाख 'तारः
चाय इद्धाख वाहियाणु सुन्नाख माधमार्य सच्च
नूण सब्वदरिसिसां शिवमयलमरुध्र मगुंत मगसय
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