भूगोल कक्षा १० | Bhugol Kaksha-10

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Bhugol Kaksha-10 by विभिन्न लेखक - Various Authors

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अरब गर पायी गेरही? ! | दे आय, न हि: ञ | , दि कु ४, हि ”द. रन स दी गे हा 2 लि ब्क टी | ! दे न, दी पा शो | हि ठ ते सर ही कि नि ह 7 सका ही पड कि हर ग दे ह. ण् * पिए कां भर भे औल 1 न हि दिश्एापटटणभ खा पास सा साड़ी रा सा आकृति २.७ तटवर्ती मैदानी प्रदेश में स्थिति के अनुसार भारतीय दूवीपों को, अरब सागर के दुवीप और बंगाल की खाड़ी के दुषीप के रूप में विभाजित किया जाता है। अरब सागर के दुवीप : अरब सागर में ज्यालामुखी पर्वतों के शिखरों के चारों ओर मुँगों के संचयन से इन दुवीपों का निर्माण हुआ है । अत: इन्हें प्रवाल दूधीप (मुँगों के दुवीप) कहते हैं । अरब सागर के दूवीपों सर चेलावापबूवीफ ' 1 न फिलाइान सुीषे वेशमलगार ४, + 'फवमारा क' द * दुवबीप जाराह्ती ४ * * नि चुवीप भ हा __+* सुहेली आकृति २.८ अरब सागर के दुवीप में लक्षदूवीप समूह प्रमुख है । चंगाल की खाड़ी के दुवीप : बंगाल की खाड़ी में अंदमान और निकोबार प्रमुख दुवीप हैं। प्राकृतिक रचना की दृष्टि से ये दुवीप सागरमग्न पर्वत हैं । समुद्न सतह से इनकी अधिक ऊँचाई ७५० मी, हैं । बंगाल की खाड़ी के दूवीपों को अंदमान और निकोबार नाम से दो समूहों में विभाजित किया गया है | प्राकृतिक विभाग तथा उनके महत्व : प्रदेश की प्राकृतिक विशेषताओं का बहुत बड़ा प्रभाव वहाँ के लोगों के कार्य-व्यवहार पर पड़ता है । यही नहीं, बल्कि इन डी िबम्मना ना ददर्यमसमम्ववस्ा न ही नकााशालाीााणयाणु सेडफाल युदीप वद 3 नुरकर्भेदण चूली प 2 (पहारणे तच्ुग न जंदमाग श्र शतयात री | अंदमान सा गर द __.- -ए 1 ्‌ दशांग छड़ी ) । ः ( 2 रपराशिकराबा हुतीप किट जि था वा हर ं न स्सस्स्‍्य 0) फिलोभीटर' . ग्रेट निकोबार । ही दर का हपविएा प्काइ ट (0 कि... १ ह - *.£. आकृति २.९ बंगाल की खाड़ी के दूचीप




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