सनातन विज्ञान समुदय | Sanatana Viynana Samudaya
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
278 MB
कुल पष्ठ :
626
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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. तथा चोक्ते कविसावेसामेन--' पुराणमित्यत्रे न. साथु सब न चाप चर दम
.... कोब्ये... नवसिलावद्यमू मुन्ये डसिस्ताइश प्रारचानसमयसमन्वयः
एन ' समीचीन. उपात्ती लक्ष्यते । . अन्य । अस्मह्वाठकेः प्रथम. कीदसी
__.... मारतीयानों विज्ञानसरगिरित्यबगन्तब्यस ततः पर॑ पढनतु ते चाधुनिक
... विज्ञानवितानमू ।. अमर सागः संसेब्यमानस्तिषां कंब्पेंत काम महत मोदाय
_ . छाभाय च। अद्यतनविज्ञानमपि ते: सा पठनींयमेवेत्यस्माकं मनीषा
शुभ कमाणि: पररपरसस्रण इल्ेवसादयों विषयाः शाखमनु सप्रमाण
_..... छलितपदबिन्यासपूचक. मातपाथयन्त | . संस्क़तभाषाध्यतृणामस्यार्थाववोधि
... जायेत न कोजपे कंश इति चिश्वसिमः | गेवीण्यां यत्किश्चिजज्ञानमा घेजग्सुपा- दि
..... माइंब्याज् वेदुष्यमाजासुपयामास तस्यामपि विवरणसन्नाकारि । सबैस्थापि......
... शास्त्रस्स जगति विद्यमानानों पृदाथीनां तत्त्वाचघारण. (गुणकर्म प्रमावादा ;
ि ः :.. परिच्छेद') हें ववघय: | विभन्नाना कास्त्राणा सिद्धान्ता: मथा 1 भन्नाः गा द
तथापि तेषां परमं तरंवं परबह्ाव | स्थूलदश्या तु सवैस्थ वस्तुन आदि:
प्रकृति: । जत्र प्रकृतिमूलायाः से: क्रममघिकरल बाखकाराणां मतानि
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_: निर्दिष्टानि । * आत्मन आकाशस्सम्भूत .. इत्यादिवाक विशद्यति सर्ग-
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. परिपा्ीस 1. वर्समहाषिणा आकर्षणदक्तिनिधोरितेति. श्दणुमः । बदी. यम
|
... कश्चित्कन्डुकः उदस्यते तदा तन्नोपयुउ्यमानमानवदाक्तेराघिक्यादुरपतात से हम
'क्रमेण च भुब आकर्षणन पूवेदाक्तेदासे जायमानञन्य मे आधिक्य्रेन स......
.. पुनरघाः पतति । सर्थसपि दब्य स्वरकेन्द्रमा में भूमिराकर्षतीति विज्ञानविदां
- राद्धान्तः । जता. भूमिरेव कख़ित्टूधुरयस्कान न सचीण्यन्थानि ड्रव्याणि
: सूर्येणाकृष्ा सर्वे अदा सूमिश्चाकाश (अवकाशे) अवतिष्टन्ते । . अह' इत्यस्थ
: गहन्ति परस्परमाकषेन्तीति निरुक्तिरणेया । न
८ असनीषोमो.. बिजदयाप: ' . इत्यन्र अस्िनामकेनास्ठजनकंवायुना
'यतः सोमाख्यो जऊजनकवायुरप उत्पादयतीति वादकाऊथां नि्गेछति ।.....
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