नवयुवतियों को क्या जानना चाहिये ? | Navayuvatiyon Ko Kya Janana Chahiye ?
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
184
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)काम-काज पक
, तारीफ करते हैं श्र एक काम इस दंग से किया जाता है कि
बह किसी गिनती में नहीं होता और करने वाले को सब कोई
फूड कहते हैं । इसलिए लड़कियों और स्त्रियों को काम करते
यह समय ध्यान रखना चाहिए कि ऐसा काम दम करे जिसे देख
कर सब लोग खुस हों श्र हमारी तारीफ्र करे । थ
लड़कियों को गृहस्थो के सभी काम करने चाहिए । जैसे घंर
में काड्ट देवा, सब चीज़ों को साफ रखना, दाल-चावल बीनना
कपड़े घोना, पानी भरना, खाना पकाना, कपड़े सीना, बर्तन
मैजना, चौका करना, साग-भाजी कतरनी, अपने छोटे बहन-
भाइयों को नहलाना-घुल्ताना कपड़े-लत्ते पहनाना इत्यादि । इस
प्रकार के जितने भी काम हैं सब लड़कियों को सिखाने चाहिए ।
यदि लड़कपन से ही उन्हें इन कामों के करने की झादृत पढ़
जायगी तो वड़े होने पर काम करना अखरेगा नहीं ।
शहरों में रहने वाली स्त्रियाँ और लड़कियों काम करने से
वहुतत घबराती हैं । उन्हे काम करने में लजा आती. है।-किन्तु वे
यह नहीं जानतों कि काम न करने से पाचन-शक्ति कितनी निबल्त
हो जाती है। काम न करने वाली ख़ियाँ घर लड़कियाँ सदा
कुछ न हुछ बीमार ही बनी रहती हैं । कभी सिर मे दर्द है. तो
कभी हाथ-पैरों में ; कमी सूख नहीं लगती, तो कभी हाज़मा टीक
नहीं है इत्यादि । इसी प्रकार की कितनी ही बातें की शिकायतें
वनी रहती हैं । देहात की स्त्रियों और लड़कियों में से शायद ही
कभी कोई वीमार होती हो, नहीं तो सभी लीरोग श्औौर हट्टी-कट्टी
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