नवयुवतियों को क्या जानना चाहिये ? | Navayuvatiyon Ko Kya Janana Chahiye ?

Navayuvatiyon Ko Kya Janana Chahiye ? by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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काम-काज पक , तारीफ करते हैं श्र एक काम इस दंग से किया जाता है कि बह किसी गिनती में नहीं होता और करने वाले को सब कोई फूड कहते हैं । इसलिए लड़कियों और स्त्रियों को काम करते यह समय ध्यान रखना चाहिए कि ऐसा काम दम करे जिसे देख कर सब लोग खुस हों श्र हमारी तारीफ्र करे । थ लड़कियों को गृहस्थो के सभी काम करने चाहिए । जैसे घंर में काड्ट देवा, सब चीज़ों को साफ रखना, दाल-चावल बीनना कपड़े घोना, पानी भरना, खाना पकाना, कपड़े सीना, बर्तन मैजना, चौका करना, साग-भाजी कतरनी, अपने छोटे बहन- भाइयों को नहलाना-घुल्ताना कपड़े-लत्ते पहनाना इत्यादि । इस प्रकार के जितने भी काम हैं सब लड़कियों को सिखाने चाहिए । यदि लड़कपन से ही उन्हें इन कामों के करने की झादृत पढ़ जायगी तो वड़े होने पर काम करना अखरेगा नहीं । शहरों में रहने वाली स्त्रियाँ और लड़कियों काम करने से वहुतत घबराती हैं । उन्हे काम करने में लजा आती. है।-किन्तु वे यह नहीं जानतों कि काम न करने से पाचन-शक्ति कितनी निबल्त हो जाती है। काम न करने वाली ख़ियाँ घर लड़कियाँ सदा कुछ न हुछ बीमार ही बनी रहती हैं । कभी सिर मे दर्द है. तो कभी हाथ-पैरों में ; कमी सूख नहीं लगती, तो कभी हाज़मा टीक नहीं है इत्यादि । इसी प्रकार की कितनी ही बातें की शिकायतें वनी रहती हैं । देहात की स्त्रियों और लड़कियों में से शायद ही कभी कोई वीमार होती हो, नहीं तो सभी लीरोग श्औौर हट्टी-कट्टी




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