जैन शासन | Jain Shasan

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Jain Shasan by सुमेरुचन्द्र दिवाकर - Sumeruchandra Divakar

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about सुमेरुचन्द्र दिवाकर - Sumeruchandra Divakar

Add Infomation AboutSumeruchandra Divakar

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
गो 0 लाध्घप्रि0एं घिएह फपिपंटघा-ए08ा7, पि।€ छु०00-एघाा &5 टणच्लए७पें छप्. औधाइद06, पर10 0 06 कलाव्त पूणा ६० 96 8 छु००१ लंघंडहाा 85 पाला, प्रफाट फूतंणएों- का एव 5ाएप्रधार 1)8ाड187 घाव 5580 -पघत8. परां॥ छ० 8 100 साध पा पि।€. इणुफ्प्रिणण 0 घिा€ एणणफूृाहरर ए्णुलाएड एब्कध्त 9४ घट. ातप्रडाक 5फर्डा,दाए 5०एंघ1 6806 15 घाएंएट'इघ्[फ. प्र८्ाएटते घाएते पा 185 ५0. 06. घ्ाफिहप 0ए फ6०७॥ि। 06105 इपला 85 प्राइप&डा07, 16०90, घाए एणापुा'णाए50 5ट0प्वा।छ घी कह०पा'इट ध. दणिषटड घापे पा0लाए८, प०्ठघत फ्रिलाट उं प्राह. फुए्०९५४डा0णा एव. दि€ पडा 0 [6806 फ. फलाएप ; ॥0एट' घि0ट 1655. फिट टॉ0प्त$ 0. 91000 क७एणपनिंणा छाप फाघा' छा पाए 68४५ 0एटा' घ,. पक: 15. 9608घ5० 0० श28600€ ए दा16 छद्ार्थ एड औ]-फ़ाटाप्रबाएट द (58्ाएपघर 1)9751091)- अं; 5 घट ए्'धप्रिंणा 00006]: 0 प्रिंट फारूलप्राए८- न्फकाटा। 285 ए65पोध्टिप पा पााट टणाठहाएधा'शध0णा 0 भाटघ1घि 800. घि!ट &प665 0 19 पा घर 11005 0 घिएट दि, भाप घिरी पता घिणाकाप पु पड प्रिए€ ७छ् ९४८ 0 पिए€ पाइ0ए 9ट0घएा100ा',, औै.एप्रिंणा 0760९७पाछ विण्ण प्रिंट उेलीडी फा पिंड उाएीप- अंए्6--अ फण्पोत 006 96 काणाक धाते उ 0810प- पु, ५0. छसणए 0५6 8008] पुंपडपिंट 2ाएत 6डधणिड) फ़ाागशणाए छा फ6806 वण' घि।ह 00पां०0ए5 76850 परिका; पिए€ 50एॉर्टफ 38 रिप्रात७त 0 68507, 30-02. अदि208 उण' 1'016'8निं0ा भाव प0ा0682'8006, वि प




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now