भारतीय अर्थशास्त्र भाग - 1,2 | Bharatiy Arth Shastr Bhag - 1,2
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
57 MB
कुल पष्ठ :
1172
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)प्रनुमान--फिण्डले शिराज का श्रनुमोन--वी० के० झार० वी० राव का श्रनुमान--
ई्स्टर्त इकनामिस्ट का श्रनुमान--व्याख्या तथा तुलना की कठिनाइयाँ--अन्तर्राष्ट्रीय
चुलनाएँ--गहन परीक्षण--क्या भारतीय दरिद्रता घट रही है ?---श्रघिक सही
प्रौॉकडो की श्रावइ्यकता--वाउली-रावटदंसन जाँच--श्रांकडे सकलित करने का
परकलन--राष्ट्रीय श्राय का माप--उत्पादन-गणना--भारतीय दरिद्रता को बढाने
वाली उपभोग-सम्बन्धी कुछ भूलें ।
५. सवहन १्प्र््
परिवहन का महत्व । रेलवे राज्य झ्लौर रेलवे के बीच सम्बन्धों को
विधिघता--रेन्नवे के इतिहास के प्रधान काल-खण्ड--पुरानी गारण्टी प्रधा--सरकारी
निर्माण श्रौर प्रबन्ध (१८६९६-७९६)--नया गारण्टी सिस्टम (१८७६-१९६००)--वतंमान
स्थिति--रेलो का शीघ्र विस्तार श्रौर लाभ का प्रारम्भ (१९६००-१४)--रेलो का
विघटन (१६ १४-२१)--श्राकव्थ समभिति--भारत में सरकारी प्रबन्ध के पक्ष में मत---
साघारण वित्त से रेलवे वित्त का पृथक्करण (श्रलगाव)--वेजबुड रेलवे जाँच
समिति (१९३४-३७) -एिंतीय विव्व-युद्ध-काल में भारतीय रेलवे । रेलवे प्रशासन
की कुछ समस्याएं * रेलवे पर नीति--रेलवे बोड़ का युनर्गठन--रलवे परामदध दान्नी
समितियाँ--भारतीयकरण इत्यादि--सघीय रेलवे सत्ता (फेडरल रेलवे अ्रथा रिटी )--
रेलवे के श्राथिक प्रभाव --रेलो के शरीर श्रघिक चिकास की श्रावइ्यकता । सड़क
परिवहन : हाल का सड़क इतिहास--भारतीय सड़कों की. विशेषताएँ--
श्रघिक सड़कों की झ्रावद्यकता -- सडक बनाम रेलवे -- सड़कों की प्रतिस्पर्धा
को कम करने के लिए श्रपनाये गए उपाय -- परिवहन संयोजन नीति--
रेल-सडक सयोजन पर वेजबुड समिति श्रौर उसके वाद -- सडक के मोटर
यात्तायात ( ट्रेफिक ) का नियमन -- भारतीय सडक विकास समिति -- सडक
वित्त--नवीन सडक नीति--सडक खाते की श्राथिक दशा--सडक सम्बन्धी
नवीन प्रस्ताव । जल-परिवहन भ्रत्तर्देशीय जलपथ--सामुद्रिक परिवहन--जलयान
के सम्बन्ध में भारतीय साहस की बाघाएँ--विलम्चित छूट व्यवस्था, दर-युद्ध
इत्यादि--भारतीय जलयान-निर्माण उद्योग की स्थिति--मारतीय व्यापारिक चेडे
की श्रावश्यकत्ता--व्यापारिक जहाजरानी समिति (१९२३)--तटीय यातायात को
भारतीय जहाजो के लिए सुरक्षित करने का बिल--विलम्बित छूट व्यवस्था की
समाप्ति-सम्बन्धी विल--जहाज रानी पुननिर्माण नीति उप-समिति--तटीय यातायात
को नियत्रित करने के लिए हाल में किये यए प्रयत्त--विजगापट्टम का जलयान
निर्माण-प्रागण--इघर हाल में हुझा विकास । चायु-परिवहन नागरिक उड्यन--
बंगलौर की वायुयान फैक्ट्री ।
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