राजनीति विज्ञानं के मूल सिद्धांत | Rajneeti Vigyan Ke Mool Sidhant

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Rajneeti Vigyan Ke Mool Sidhant by रमेशचंद्र शर्मा - Rameshchandra Sharma

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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शक ्ड बातों का अध्ययन किया जाता है अर्थात उसकी शिययनसामग्री क्या है ? परन्तु इसकी विपय-सामग्रो के सम्बन्ध में. राजनीति विज्ञान के विच(रक॑ एकमत नहीं हैं । जिस अरार राजनीति विज्ञान की परिभादा के सम्दन्ध में विभिन्न विचारको ने भिन्न भिन्न विचार प्रकट किये हैं, उसी प्रकार उमके , क्षेत्र के सम्बन्ध में भी उन्होंने अलग अलग विचार व्यक्त फिये हैं। राजनीति विज्ञान के क्षेत्र का अध्ययन मुख्य रुप से दो हृष्टिकोशों के आधार पर शिया जा सकता है. भ्रयम, परम्परागत इप्टिकोण तथा तो, आधुनिक दृष्टिकोण ॥ राजनीति विज्ञान के क्षेत्र के सम्बन्ध थे परम्परारात हृथ्टिकोश,. परम्परागत हप्टिकोण के अन्तर्गत राजनीति विज्ञान के क्षेत्र के सम्बन्ध में कुछ प्रमुख विचारकों के विघार इस प्रकार हैं प्रसिद्ध विद्वान डा० गासर के यनुसार, राजदीति विज्ञान के क्षेत्र मे तीन बातें शामिल हैं * मे (1) राज्य की उत्पत्ति एव उसकी प्रहति के सम्बन्ध में छोज करना, (2) राजनीतिक सस्वाओ की प्रकृति उनकें इतिहास तथा उतके विभिन्न रूपों का अध्ययन करना और दर (3) इस थध्ययन के आधार पर जहाँ तक सम्भव ही सके, राजनीतिक प्रगति और विकास के नियमों का निर्धारण करना । प्रो० गैटेल ने भो रजनीति विज्ञान के क्षेत्र मे तीन बातों को सम्मितित किया है * (1) राज्य की उत्पत्ति, राजनीतिक सस्याओ एवं सिद्धान्तों के विकास को अध्यपन करना, 12) कमाते राजनीतिक संस्याओं तथा विचारधाराओ का क्येंग, उनरी तुलना तथा बर्मीकरण करने का प्रयरन करना एवं (3) भविव्य की हट से राज्य के आदश स्वरूप दा निश्चय करना । िजविक (500८४) ने राजनीति विज्ञान के क्षेत्र मे दो बातो को शामिल किया है--य्रथम वे समस्याएँ जिनका सम्बन्ध राज्य के संगठन से हैं, तंथां द्वितीय, वे समस्याएं शिनका सम्बन्ध राज्य के कार्यो से हे । फ्रडरिक पोलेक ने राजनीति विज्ञान के क्षेत्र को दो भागी में विभाजित किया है--संद्वान्तिक राजनीति तथा व्यावह्वारिक राजनीति 1 संद्धान्तिक राजनीति में राज्य के सिद्धान्त, शासन के सिद्धान्त, विधि सिद्धान्त तथा राज्य के कानूनी सिद्धान्त पर विचार किया जाता है और व्यावहारिक राजनीति मे राज्य व सरकार की वास्तविक प्रणाली, प्रशासन, विधि लिमणि प्रणाली, स्पापालय, 1. गानेर : राज्य विज्ञान और शासन, पृष्ठ 6 1 2. एच्लां . ह०दपटव उ्कात्थ, 9 व




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