बृहत्स्तोत्र रत्नाकर | Brihatstotra Ratnakar
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
14 MB
कुल पष्ठ :
422
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)या जीर॥
उद्दत्स्तात्ररत्नाकर ।
अथ मज़ञ्ठमू ।
श्रीगणेशाय: नम: ॥ ॥ श्रीदयग्रीवाय नम ॥ ४ ॥
झुकांवरपरं विष्णु झाशिवण चतुमुजम् ॥ प्रसन्-
बढ़ने व्यायेत्सवविधोषशञांतये ॥ १ ॥ नारायण
नमस्कृत्य नरें चेव नंरोत्तमम् ॥ देवीं सरस्वती व्यास
ततो जयंमुदीरयेत्॥ २ ॥ व्यासं वसिष्ठनतारं शक्ति
पोत्रमकलमपम्॥ पराशरात्मजं वंदे झुकताते त-
पोनिधिम ॥ ३ ॥ व्यासाय विष्णुरूपाय व्यास-
रूपाय. विष्णवे॥ नमो वे ब्रह्मविधये वासिष्ठाय नमो
नमः ॥ ४ ॥ अचंतुवेदनों ब्रह्मा द्विवाहुरपरो हरि ॥
अभाठठोचनः शंभुभगवान् बादरायणः ॥ ८ ॥
॥ अथ गणेशकवचपारंभः ॥
चर, ९
श्रीगणेशाय नमः ॥ गोयुंवाच ॥ - ॥ एंप5तिचप-
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