अन्तररास्ट्रीय अर्थशाश्त्र | International Economics
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
43.3 MB
कुल पष्ठ :
511
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about डॉ. डी. एन. गुर्टू - Dr. D.N. Gurtoo
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)८ अन्तर्राप्ट्रीय अर्थयास्त्र साय के लिए उपयुक्त होते हूं वहां केवल वहीं व्यवसाय विकसित हो पाता है । ऐसा करने से उत्पादित वस्तुओं वी उत्पादन लागत कम हो जाती है और कम शूल्यहोने फारण घिदेयों में उसकी मांग बढ़ जाती है । ३ अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार इसलिए आवश्यक है ताकि उपभोक्ताओं को सस्ती चीजें उपलब्ध कराई जा सकें । प्राकृतिक साधनों का पूरा-पूरा उपयोग होने तथा उनकी लागत पर कम से कम खर्चा आने के कारण यह स्वाभाधिय है कि उपभोक्ताओं को ये चीज कम कीमत पर प्राप्त हों । सारे संसार में उत्पश् होने वाली चीजों की कीमतें कम होने लगती हैं तथा सभी देशों के उपभोषता उनको आसानी से खरीद गाते हैं । उपभोक्ताओं का जीवन-स्तर पर्याप्त ऊ चा उठता है । ४ अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार अकाल एवं दुभिक्ष जसे प्राइतिक सकटों का मुकाबला करने में एक देवा की सहायता करता है । यदि इस संकट द्वारा किसी देव की अर्थव्यवस्था छिंन्न-भिनन हो जाए तो अन्तर्राप्ट्रीय व्यापार उसे समर्थन देगा । भावदयक वस्तुयं अभावग्ररत देशों में भेजकर वहां के लोगों को नप्ट होने से बचा लिया जाता है । ५ अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार देव के उत्पादकों को विदेशी उत्पादकों के साथ प्रतिस्पद्धा करने का अवसर प्रदान करता है। विदेशी उत्पादकों द्वास दी गयी चुनौतियों का सामना वारने के लिए प्रत्येक उत्तादव समय-समय पर अपनी उत्पादन-विधि में करके कम से कम मूत्य पर सामान बनाने का प्रयास करता है तभी बह विदेशी प्रतियोगिता में टिकने की श्ञाणा कर सकता है। विदेशी प्रतियोगिता एक देश के उत्पादकों को एकारधिकार-मूत्य लेने से झेकती है। इस प्रतियोगिता से वस्तुओं की कीमत बम होती है और स्तर ऊना होता है 1 ६ अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार कच्चे माल को उपलब्धि कराता है । कुछ देशों का तकनीकी शान पर्याप्त होता हैं किन्तु उसका प्रयोग करने के लिए उनके पास पर्याप्त कच्चा माल नहीं होना । विदेशों से कच्चा माल प्रात्त वर थे देश विभिगन उद्योग-धन्ध स्थापित करते है । इस प्रकार विदेशों से करना माल तकनीकी ज्ञान एवं मथीन आदि प्राप्त करके एक देश अपने औद्योगीकरण को गति को बढ़ा देता है । ७ अनेक वस्तुयें ऐसी होती हैं जिनका उत्पादन सभी नहीं वरन कुछ विशेष देश ही कर पाते हूँ। अस्तर्राप्ट्रीय व्यापार एक दे के निवासियों को उत चस्तुओं के उपभोग का अवसर देता है जिनको वह इत्फन नहीं कर
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