मराठों का इतिहास | Maratho Ka Iitihas
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
84.88 MB
कुल पष्ठ :
451
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
जेम्स कनिंघम ग्रान्ट डफ - James Cunningham Grant Duff
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लक्ष्मीकान्त मालवीय - Lakshmikant Malviya
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ँ. . रूस जे
पर आनन्दराव पवार के स्वार्मित्व की पेशवा ने पुष्टि की; पूरे शाही प्रदेश की चौथ
का पेशवा को वचन दिया जाना; भासकर परत की प्रगति; श्रलीवर्दी खाँ ने भासकर
पंत को पीछे हटने को विवश किया; रखुजी भोसले का बंगाल में प्रवेश, मालवा क
शासन तथा श्रन्य लाभों का वचन पाकर पेशबा का श्रलीवर्दी खाँ को सहायता करना
त्रौर खुजी भोसले की सेना को पराजित, करना; पेशवा को मालवा शासन की प्राप्ति;
पेशवा का सातारा लीटना, श्पने विरुद्ध रघुजी भोसले का दूसरे सयदारों के साथ
सम्मिलिन रोकने के लिए पेशवा रघुजी मोसले को बंगाल देने को विवश डुश्रा;
निजामुल्मुल्क के राजकाज, अपने पुत्र नासिर जंग के विद्रोह का दमन; काणाय्क पर
ब्रमियान; प्रबंध; रचजी भोसले के सैनिकों का बंगाल पर झभियान; पेशवा की कायं-
हियाँ; सदाशिव चिमनाजी के श्रधीन कार्णावक पर . श्रमियान; बुन्देलखण्ड के
राजाओं से विशिष्ट | रद १-रेद२
१८
१७५० ई०-१७४५४, ई० तक
पूना मराठों की राजधानी बनाया गया; पेशवा श्रौर सदाशिवराव भाउ में
मतभेद; रामचन्द्र बाबा शेणवी; पेशवा की गाजीउद्दीन को सहायता; नासिरजड् की.
मृत्यु, पेशवा ने दर्माजी गायकवाड़ को कारावास में डाला; किला ताराबाई के कब्जे
में, राजा को .बन्धन में रखा, बस्सि के इशारे पर मुगल सैना का महाराष्ट्र में प्रवेश,
खुजी भोसले का सफल श्रमियान; शाही दरबार का हालचाल, रोहित्लों के उपद्रब,
अवध के नवाब ने होतकर श्र सिंधिया की सहायता ली, अब्दाली का श्राक्रमण;
गाजीउद्दीन का दक्षिण को प्रस्थान; पेशवा को विस्तृत श्रपण प्रदान किया; सातारा
का हालचाल,; काणाटक श्रौर गुजरात में अभियान, रघनाथ राव को हिन्दुस्तान को
प्रस्थान, जानोजी की सेना साहब सूबा पद पर नियुक्ति, पेशवा श्र ताराबाई में सम-
. भौता; दिल्ली का हालचाल, शाहबुद्दीन ने मराठों की सहायता ली; सं्रादू को
_ पदच्युत किया श्रौर जहन्दर शाह को सिंहासन पर बैठाया | ८३-४०
अनुक्रमणिका न , कं
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