पाठालोचन के सिद्धान्त | Pathalochan Ke Siddhant
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
309
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(रा)
श्रपादान कारक (सो, सो, सिंउं ते : परमर्ग ) । सम्चन्प कारक (का, के, की
दा, दे दी : परसर्ग) ।
मधिकरण फ़ारक (इ : विभवित । मां, विपे, परि : परसग) ।
चहुवचनचिधि (प्राइत-मपधघ्रंश-परम्परा : पंजावी देशज परम्परा : महू,
हु, उ, इ) ।
रूप विवेचन (घातु : क्रिया रूप) ।. घातु-वर्ग, तत्मम घातु, प्राचीन (ध्वनि
परिवर्तित) घातु, देशज घातु, । नाम धातु । काल रूपों की संरचना । फदन्त
रूप, स्व॒रादि कतूंवाची, स्वरादि कर्मवाची, स्वरादि कहूंवाची (उत्तम पुरुष),
व्यंजनादि कर्तुवाची (प्रथम पुरुप), मध्यम पुरुप (वहुवचन) । भपुर्ण प्रिया,
संभावना-विघ्यर्थक, प्रथम-मध्यम-उत्तम पुरुष । कमेंवाची ।
भविष्य कालिक फ़िया पद : प्रथम पुरुष (पुर्ट्लिंग), प्रथम पुरुष (स्त्रीलिंग ),
प्रथम पुरुप (वहुवचन), मध्यम पुरुप, उत्तम पुरुष । कर्मवाची भविष्य । प्रथम
पुरुप (एक-वटहुवचन) । संयुक्त श्रियापद । बहुवचन, निपेघार्थक, 12 प्रकार ।
हेतुहेतुमदु भूत । दो प्रकार ।
कर्मचाची । चार प्रकार । नामघातु । नी प्रकार ।
भाववाचक । छह प्रकार
सर्वनाम । पांच वर्ग । विशेषण : 19 प्रकार । संय्यावाचो शब्द । पांच
प्रकार । अव्यय । तीन वर्ग । छह उपवर्ग । द्विसवत शब्द । ट्विसवित-संवार ।
वाकय-संरचना । पत्चकोटिक वाक्य । जटिल वाक्य विन्यास, लुटित :
खंडित वाक्य । लिद्ध भेद, वचन व्यत्यय । अन्विति मभाव, फारसी नुमा चावय,
पंजादी प्रभाव । संस्कृत प्रभाव ।
पारसभाग : शब्द भण्डार । ल्िकोटिक शब्दावली, एक सुलता, संस्कृत-
मूलक शब्दावली, बरवी-फारसी मूलक शब्दावली, पंजावीशब्दावली, सानुनासिक
शब्दावली ।
परिदिष्ट, चित्र फलक 269-291
1, लिपि, मात्रा, मंक : विकास (चित्र फलक : 1-4)
2. ताइपन्लीय पांटदुलिपियां (चित्र फलक ; 5-7)
3. कांगुज पर लिखी पांदुलिपियां (चित्र फलक : 8-9)
4... 'पारसभाग' के प्रति (चित्र फलक : 10-16)
5
«.. “गपवार टेचढ़ी का (चित्र फलक : 17)
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