हिंदी भाषा और साहित्य को आर्यसमाज की देन | Hindi Bhasha Aur Sahitya Ko Aryasamaj Ki Den
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
332
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हू रे. उ.
आर्यसमाज फी स्थापना 'ौर सके नियम शर-शज
सम्प्रदामबाद से. हामि--शार्पसमाम की स्थापना शौर
प्रारम्मिक नियम--बायंसमाज के बतेमात सियम--उप
नियमों में हिस्वी-- स्वामी बमातत्व ्वारा हिस्दी प्रचार भौर
कठिशाइयाँ--मुसलमार्वों और सर सैयद भहमव ला दारा
बिरोष--तासी का पक्षपात्--सरकार हारा बड़चन--
बास्तरिक कठिगाई ।
स्वामी थी हारा हिनदों-प्रचार के साभन शज-९३
ब्यास्पान मापय पौसी--स्पास्याम के बिपय में स्वामी भद्धा
मस्द का मत--बिप्थू पंत का मत--उसरोतच्तर पन्हि--
म्यास्या्ों में वुष्टाल्त--स्वामी भी के प्रसिद्ध थास्त्रार्थ--
'चावापुर में धर्म चर्चा मौलवी अहमद हुसेत बौर पाइरी
स्काट से शास्त्रार्प--स्वामी थी के पत्र भौर बिज्ञापन--
विज्ञापत--राजाओओं को उपदेस---स्थामी जी शौर उदपपुरा
थीस--महाराणा की भक्ति--महाराजा शाहपुरा से संपकं--
स्वामी थी गौर जोषपुर मरेश--महाराजा की तटह्थता--
पष्ों द्वारा चेठाबती--राजकमारों को सर्वप्रथम डिप्दो
पढ़ाने का आादेस--बिप प्रदात और स्वामी जी का बसिदात
“हिन्दी छवों में महाराशा संरजत सिंइ की भदाजसि ।
स्वामी सी के प्रंभ ७रनपश
त्यार्पप्रकाध रचना प्रथम संस्करण का महत्व प्रथम
संस्करण के विपय प्रबम संस्करण की मापा बौर सैली--
धरपार्षप्रकाश ३ितीय स्करण हितीय सस्करण की प्रामा
चिकता प्रथम शौर हिठीय सस्करण का अम्तर सरपार्म
प्रकाश के बिपय. सत्पार्वप्रकाश का सहूत्व सत्यार्थप्रकाश
के सस्करण सत्पार्षप्रकाघ्र के विभिरन मापा्जों में सनुषाइ--
पंच महायल विधि--बेदास्तिप्यात्त निवारण--जेद बिद्द्ध
मत-बंडन--सिझापत्रीप्यात्त सिदारप--मार्पाभिवितय--
संस्कार बिधि--आापरह्रिय रत मामा--भात्ति नियारण--
शआाएम चअरिश--संस्कत बाकम प्रवोध--स्पवदहार सानु--
अमोच्छेदत--गीकरुचालिणि !
ग्यास्या प्र॑ंय और अलुपाद दरनप७
शप्टाप्यापी माप्प--जेरागप्रगाए 1
पल भाप्य द७-९३
बेद माप्य की मायप्दकठा स्वामी जी शत बे मभाप्य को
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