सदर्भ सेवा एवं सूचना स्रोत | Sandhrabh Sewa And Suchana Shrot
श्रेणी : साहित्य / Literature

लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
208
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)संदर्भ सेवा का अर्थ परिभाषा एवं विकास 13
(1) शिक्षित जन समुदाय की संख्या में वृद्धि।
(2) फ्ठनीम सामग्री में अप्रत्याशित यृद्धि।
(39 सरकार व गैर सरकारी संस्थाओं कौ शोध कार्यों में रुचि।
उपय्रेक्त विवरण के आधार पर कह सकते हैं कि सन्दर्भ सेवा के कार । पुस्तकालय
के उद्देर्यों व स्वरूप में आधूल परिवर्तन हो गया। पुस्तकालव जो पहले पुस्तकों के संग्रह
य संरक्षण के घर माने जाते थे अब उपयो पी शिक्षण संस्था हो गये। यही नहीं विषय पर
सर्वत्तत पादूय सामग्री छोबने तथा उसका ४पयो । करने में भी पुस्तकालय पाठकों की
सहापपा करते हैं । आजकल तो प्रलेखों में से त्रूधना छोयकर पाठक तक पहु पाना भी
पुस्तकालय के कार्पक्षेत्र में आ गया है । ये सभी कार्य पुस्तठक।लय सन्दर्भ सेवा के माध्य५
से ही पूरा करते हैं।
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