सदर्भ सेवा एवं सूचना स्रोत | Sandhrabh Sewa And Suchana Shrot

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Sandhrabh Sewa And Suchana Shrot by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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संदर्भ सेवा का अर्थ परिभाषा एवं विकास 13 (1) शिक्षित जन समुदाय की संख्या में वृद्धि। (2) फ्ठनीम सामग्री में अप्रत्याशित यृद्धि। (39 सरकार व गैर सरकारी संस्थाओं कौ शोध कार्यों में रुचि। उपय्रेक्त विवरण के आधार पर कह सकते हैं कि सन्दर्भ सेवा के कार । पुस्तकालय के उद्देर्यों व स्वरूप में आधूल परिवर्तन हो गया। पुस्तकालव जो पहले पुस्तकों के संग्रह य संरक्षण के घर माने जाते थे अब उपयो पी शिक्षण संस्था हो गये। यही नहीं विषय पर सर्वत्तत पादूय सामग्री छोबने तथा उसका ४पयो । करने में भी पुस्तकालय पाठकों की सहापपा करते हैं । आजकल तो प्रलेखों में से त्रूधना छोयकर पाठक तक पहु पाना भी पुस्तकालय के कार्पक्षेत्र में आ गया है । ये सभी कार्य पुस्तठक।लय सन्दर्भ सेवा के माध्य५ से ही पूरा करते हैं।




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